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ओड़िया फिल्म निर्माता अक्षय परीजा ने पेश होने के लिए ईडी से समय मांगा
भुवनेश्वर। काफी मशक्कत के बाद ब्लैकमेलर अर्चना नाग की सफेद रंग की फोर्ड एंडेवर को आखिरकार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने जब्त कर लिया है। इसकी तलाश काफी लंबे समय से की जा रही थी। यह कार गायब हो गयी थी।
लंबे समय से जबरन वसूली के हाई प्रोफाइल मामलों को लेकर चर्चा में रही नाग ने कथित रूप से आय से अधिक संपत्ति अर्जित की, जिसमें पॉश इलाकों के निवासों के साथ-साथ कई लग्जरी कारें भी शामिल थीं।
यह कार रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गयी थी तथा शुक्रवार को मंचेश्वर औद्योगिक एस्टेट क्षेत्र में एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा छोड़ दी गयी थी। इस कार को स्थानीय लोगों ने देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी। बताया जाता है कि एसयूवी को नाग के एक अज्ञात सहयोगी ने आगे और पीछे दोनों पंजीकरण प्लेटों के बिना छोड़ दिया था। इससे यह और भी संदिग्ध हो गयी। ईडी के अधिकारियों ने विवरण की पुष्टि करके और उपलब्ध डेटाबेस के साथ चेसिस नंबर का मिलान करके वाहन की पहचान की। काफी जद्दोजहद के बाद बंद वाहन को मास्टर चाबी से खोलकर जब्त कर लिया गया। बाद में इसे आगे की जांच प्रक्रियाओं के लिए ईडी कार्यालय ले जाया गया।
इधर, ओड़िया फिल्म निर्माता अक्षय परीजा शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा निदेशालय के सामने पेश होने के समन से बच गये। बैंकॉक से वापस आने के बाद परीजा ने अपने वकील के माध्यम से अपनी व्यक्तिगत उपस्थिति के संबंध में समय मांगा।
सूत्रों ने कहा कि ईडी ने महिला ब्लैकमेलर अर्चना नाग और उनके पति जगबंधु चंद से जुड़े यौन शोषण मामले में परीजा को पेश होने के लिए सम्मन जारी किया था।
परीजा कल अपनी बैंकॉक यात्रा से वापस ओडिशा लौट आये। परीजा के वकील ने बताया कि वह अपने स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के कारण केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश होने में विफल रहे। हालांकि, स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार के बाद वह ईडी के सामने पेश होंगे।
परीजा से अर्चना नाग के कथित ब्लैकमेलिंग मामले में शामिल होने के बारे में पूछताछ की जा सकती है।
गौरतलब है कि परीजा ने अर्चना नाग के खिलाफ ब्लैकमेल करने और 3 करोड़ रुपये मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी। उसने उस पर अपने निजी वीडियो बनाने और मोटी रकम की मांग करने का आरोप लगाया।