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राजधानी भुवनेश्वर और ब्रह्मपुर में दो गुट आपस में भिड़े
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बजरंग दल के सदस्यों ने किया जानकर पर पार्टी देने का विरोध
भुवनेश्वर। ओडिशा में आस्था से खिलवाड़ करने को लेकर बवाल मच गया है। चंद्रग्रहण के दौरान खाना खाने को लेकर राज्य में दो जगहों पर दो गुटों में भिड़ंत हो गयी। इसमें कई लोग जख्मी हुए हैं। इससे पहले सूर्य ग्रहण के दौरान बिरयानी दावत देने को लेकर विवाद हुआ था। बजरंग दल के सदस्यों ने आज विरोध किया।
जानकारी के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान खाना खाने को लेकर कल तक इस मुद्दे पर आस्था को मानने वाले और नहीं मानने वाले मीडिया प्लेटफॉर्म पर केवल बहस कर रहे थे, लेकिन आज भुवनेश्वर और ब्रह्मपुर ऐसे लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गयी है।
राजधानी भुवनेश्वर में लोहिया अकादमी में कुछ लोगों ने एक सेमिनार का आयोजन किया था। इस दौरान सामूहिक भोज का कार्यक्रम हुआ। इस दौरान जब सेमिनार चल रहा था, तभी आस्था को मानने वालों का एक दल वहां पहुंचा और इसका विरोध किया, तो दोनों गुटों में भिड़ंत हो गयी। हालांकि इस दौरान वहां पुलिस की मौजूदगी थी।
ऐसा ही नजारा गंजाम जिले के ब्रह्मपुर में देखने को मिला। वहां कुछ लोगों ने आस्था को ठेस पहुंचाने की नियत से सामूहिक भोज का आयोजन किया था और यहां भी आस्था मानने वाले लोगों का एक दल पहुंचा और विरोध किया। इस दौरान आयोजकों के झंडे फाड़ दिये गये। दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करनी पड़ी।
मान्यता है कि चंद्र ग्रहण दौरान उपवास रखने और भोजन से परहेज करने की परंपरा है, लेकिन कुछ लोग इस विश्वास से सहमत नहीं हैं। उनका तर्क है कि चंद्र ग्रहण के दौरान अगर आप भोजन करते हैं तो कोई समस्या नहीं है। इसे साबित करने और लोगों को जागरूक करने के लिए वे सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण पर सामूहिक भोज का आयोजन करते हैं।
ऐसे ही भोज को लेकर पिछले सूर्य ग्रहण के दौरान विवाद हुआ था और उन्होंने कहा था कि चंद्र ग्रहण के दौरान फिर से बिरयानी खाएंगे। इसके जवाब में परंपराओं को मानने वाले लोगों ने कहा था कि इसका कड़ा विरोध किया जाएगा। आज इसके फलस्वरूप भुवनेश्वर और ब्रह्मपुर में देखने को मिले।