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नौकरी धोखाधड़ी मामले में और एक जालसाज गिरफ्तार

  • आर्थिक अपराध शाखा बालेश्वर के चंदनेश्वर इलाके से धर-दबोचा

  • संयुक्त पुलिस सेवा परीक्षा-2013 की पूरक चयन सूची में नाम दर्ज कराने के लिए उम्मीदवालों से लिये थे 47 करोड़ रुपये

भुवनेश्वर। ओडिशा अपराध शाखा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने आज 1.47 करोड़ रुपये की नौकरी धोखाधड़ी मामले में और एक जालसाज को धर-दबोचा है। आरोपी की पहचान जयंत मोहंती के रूप में बतायी गयी है। उसे बालेश्वर जिले के चंदनेश्वर इलाके से गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी ईओडब्ल्यू ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है। बताया गया है कि आरोपी को आईपीसी की धारा 419/420/467/468/471/120-बी के तहत गिरफ्तार किया गया है।

जानकारी के अनुसार, बादल कुमार रौला नामक एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज करायी थी, जिसमें जयंत मोहंती सहित चार लोगों के खिलाफ नौकरी के इच्छुक 38 उम्मीदवारों को धोखा देने के आरोप लगाया गया था। कहा गया था कि मोहंती, बैकुंठनाथ नाइक और भीमसेन महाराणा सहित अन्य 3 लोगों ने गृह विभाग और अन्य में वरिष्ठ सहायक अनुभाग अधिकारी के रूप में खुद को पेश किया तथा संयुक्त पुलिस सेवा परीक्षा-2013 की पूरक चयन सूची में अपना नाम दर्ज करने के बहाने नौकरी के उम्मीदवारों को ठगा।

जांच में पता चला कि शिकायतकर्ता बादल कुमार रौला और 37 अन्य पीड़ित उप-निरीक्षक, सार्जेंट और उप सूबेदार के पद के लिए ओडिशा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित संयुक्त पुलिस सेवा परीक्षा (सीपीएसई)-2013 में शामिल हुए थे।

चयनित उम्मीदवारों की अंतिम मेरिट सूची दिसंबर 2016 में प्रकाशित की गई थी, लेकिन पीड़ितों के नाम सूची में नहीं थे। हालांकि उन्हें नौकरी मिलने की उम्मीद थी, क्योंकि जालसाजों ने पीड़ितों को उनके नाम पूरक चयन सूची में दर्ज कराने का आश्वासन दिया था।

 

बताया गया है कि खुद को एएसओ बताते हुए आरोपी बैकुंठ नाइक ने पीड़ितों से प्रत्येक काम के लिए 5-6 लाख रुपये की मांग की थी। जालसाजों के लालच में फंसकर नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों ने बड़ी राशि की व्यवस्था की और नौकरी के लिए भुगतान किया।

ईओडब्ल्यू ने कहा कि आरोपी व्यक्तियों को मई से नवंबर 2020 की अवधि के दौरान पीड़ितों से 1.47 करोड़ रुपये मिले थे। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी भीमसेन महाराणा उच्च शिक्षा विभाग से सीनियर ग्रेड रिकॉर्डर के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं।

ईओडब्ल्यू ने तलाशी के दौरान आरोपी बैकुंठ नाइक के कब्जे से 12 एटीएम कार्ड, एएसओ के फर्जी आईडी कार्ड समेत कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं। उन्होंने उसके बैंक खाते भी फ्रीज कर दिये हैं।

जयंत मोहंती इस मामले में फरार था। कथित तौर पर वह गिरफ्तारी से बचने के लिए ओडिशा से भाग गया था। हालांकि, खुफिया इनपुट के आधार पर ईओडब्ल्यू उसे पकड़ने में कामयाब रहा। इससे पहले, आरोपी व्यक्ति बैकुंठ नाइक और भीमसेन महाराणा को नौकरी धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया गया था।

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