-
राज्य में सभी ग्राम पंचायतों और प्रखंड मुख्यालयों को हाईटेक कर पर जोर
-
सभी ग्राम पंचायतों में स्थापित होगी टेलीमेट्रिक रेन गेज
-
ब्लॉक मुख्यालयों पर बनाये जायेंगे स्वचालित मौसम स्टेशन
-
नदियों में लगेगा सेंसर
भुवनेश्वर। ओडिशा आपदा तैयारी दिवस और राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आपदा से निपटने में तकनीकी का प्रयोग करने पर जोर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ओडिशा एकलौता ऐसा राज्य है, जहां आपदा प्रबंधन योद्धा तैयार किये जा रहे हैं। इसलिए उन्होंने लोगों से सामने आने का भी आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि आपदा से निपटने के लिए ग्राम पंचायतों और प्रखंड मुख्यालयों को हाईटेक किया जायेगा। उन्होंने घोषणा की कि बेहतर प्रभाव आधारित पूर्वानुमान के लिए सरकार सभी ग्राम पंचायतों में टेलीमेट्रिक रेन गेज, ब्लॉक मुख्यालयों पर स्वचालित मौसम स्टेशन और राज्य में प्रवाहित होने वाली नदियों में सेंसर स्थापित करेगी।
उन्होंने कहा कि इन कदमों से राज्य को आपदाओं के अधिक प्रभावी प्रबंधन के लिए सटीक वास्तविक समय की जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
टेलीमेट्रिक रेन गेज सभी प्रकार की वर्षा की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं तथा प्रभावी एकीकरण संभावित बाढ़ की भविष्यवाणी करने में मदद करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समुदाय संचालित तैयारियों को मजबूत करने के लिए 40 हजार से अधिक स्वयंसेवकों को गांव और आश्रय स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा, सरकार पंचायती राज संस्थानों, शहरी स्थानीय निकायों, मिशन शक्ति सदस्यों, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, वन सुरक्षा समिति (वीएसएस) के सदस्यों के निर्वाचित प्रतिनिधियों की क्षमता निर्माण कर रही है। ये सभी आपदा जोखिम में कमी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इसके अलावा, हर गांव और घरों में आपदा प्रबंधन योद्धा तैयार करने की दृष्टि से कक्षा 4 से स्नातक स्तर तक के छात्रों के शैक्षिक पाठ्यक्रम में आपदा और महामारी प्रबंधन को शामिल किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सभी हितधारकों और अपने साथी नागरिकों से अपील करता हूं कि वे आगे आएं और एक आपदा प्रतिरोधी ओडिशा बनाने के हमारे संकल्प की पुष्टि करने के लिए हाथ मिलाएं।