-
निर्दलीय के तौर पर पूर्व विधायक राजेन्द्र दास ने नामांकन दाखिल किया
-
अवंती दास को मिलेगी आंतरिक चुनौती
भुवनेश्वर। धामनगर विधानसभा उपचुनाव में बीजू जनता दल (बीजद) में विद्रोह उभर कर सामने आ गया है। पार्टी ने जहां अवंती दास को प्रत्याशी बनाया है, वहीं टिकट की चाह रखने वाले धामनगर के पूर्व विधायक और बीजद के नेता राजेन्द्र दास उपचुनाव में निर्दलीय के तौर पर मैदान में उतर गये हैं। उन्होंने आज अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है। माना जा रहा है कि यदि वह मैदान में टिके रहे तो बीजद को काफी नुकसान हो सकता है। राजेन्द्र दास ने गुरुवार शाम को इस बात का संकेत दिया कि वह लोगों से बात कर रहे हैं और यदि उन्हें प्यार करने वाले लोग चाहेंगे तो चुनाव में निर्दलीय के तौर पर लड़ सकते हैं। इसके बाद शुक्रवार को उन्होंने अपना पर्चा दाखिल कर दिया।
इससे पहले बुधवार को अवंती दास को पार्टी के प्रत्याशी के रुप में घोषणा करने से पूर्व बीजद नेतृत्व ने भुवनेश्वर में भद्रक जिले के समस्त नेताओं को बुलाकर बैठक की थी तथा आपसी मतभेद बिल्कुल नहीं है, यह मीडिया के सामने दिखाने का प्रयास किया था। बुधवार को राजेन्द्र दास ने भी पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि वह अवंती दास को जीताने के लिए काम करेंगे, लेकिन गुरुवार को जब वह भद्रक पहुंचे तो उनके समर्थक भड़के हुए थे। उनके समर्थक सुबह से ही उनके आवास में पहुंचना शुरु कर दिया था और पार्टी द्वारा उन्हें टिकट न दिये जाने के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे। उनके समर्थकों का कहना था कि राजेन्द्र दास के साथ बीजद ने अन्याय किया है। उन्होंने काफी मेहनत कर संगठन को खड़ा किया है। ऐसे में पार्टी ने यदि उन्हें टिकट नहीं दिया तो उन्हें निर्दलीय चुनाव लड़ना चाहिए।
इसके बाद कल शाम को पत्रकारों के साथ बातचीत में राजेन्द्र ने स्पष्ट रुप से कहा था कि वह अपने लोगों से बात कर रहे हैं तथा लोग यदि चाहेंगे तो वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने स्वर्गीय बिष्णु चरण सेठी के पुत्र सूर्यवंशी सूरज को और कांग्रेस ने बाबा हरेकृष्ण सेठी को उपचुनाव के लिए मैदान में उतारा है।