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मौत के कारणों पर रहस्य बरकरार होने से गांव में दहशत
भुवनेश्वर। नवरंगपुर जिले के तंतुलीखुंटी प्रखंड के खंडियागुड़ा परजा शाही गांव में बीते 10 दिनों के अंदर पांच लोगों की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि मौत के कारणों पर रहस्य बना हुआ है। इससे गांव में दहशत का माहौल है। जानकारी के अनुसार, पांच मृतकों में से तीन एक ही परिवार के सदस्य थे। इन तीनों मृतकों की पहचान चंद्रमा जानी, गौरी जानी और कुसुमिता जानी के रूप में बतायी गयी है। इनमें से प्रत्येक की मौत दो दिनों के अंतराल में मृत्यु हो गई। चंद्रमा ने जहां एक अक्टूबर को दम तोड़ दिया, वहीं गौरी और कुसुमिता ने क्रमशः 3 और 5 अक्टूबर को अंतिम सांस ली।
मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन परिवार वालों ने कहा है कि उन सभी को सीने में और पेट में दर्द की समान शिकायत थी।
अन्य दो मृतकों की पहचान सानू जानी और बुदई जानी के रूप में बतायी गयी है, जिनकी मौत क्रमशः 9 और 12 अक्टूबर को हुई।
कई लोग अस्पतालों में भर्ती
जिस बात को लेकर चिंता बनी हुई है, वह यह है कि वर्तमान में कई अन्य लोग इसी तरह के लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती हुए हैं। एक साथ इस तरह की शिकायत को लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। कुछ लोग अंधविश्वास को लेकर भी बातें कर रहे हैं। हालांकि ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से मौतों पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया।
स्वास्थ विभाग ने उम्र से संबंधित बीमारी बताया
नवरंगपुर के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) डॉ कालीप्रसाद बेहरा ने मीडिया को इसे उम्र से संबंधित बीमारी बताया है। बेहरा ने कहा कि मरीजों की करीबी जांच के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि सभी मौतें वृद्ध लोगों की हुई हैं। उन्हें सहरुग्णता भी हो सकती है। हमने ऐसा इसलिए सोचा, क्योंकि गांव में संक्रमण का कोई स्रोत या कोई सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी प्रतिकूलता नहीं है, जो कि मौत का कारण बने।