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केंदुझर जिला अस्पताल में एक दिन में तीन बच्चों की मौत

  •  पिछले 18 दिनों में कम से कम 13 बच्चों की गयी जान

  •  परिजनों ने चिकित्सकीय व्यवस्था पर उठाये सवाल

  •  कहा-आक्सीजन की कमी और डाक्टर-नर्सों की अनुपस्थिति के कारण मर रहे हैं बच्चे

केंदुझर। यहां के जिला मुख्यालय अस्पताल में बीते 24 घंटे के दौरान इलाजरत तीन बच्चों की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। दावा किया जा रहा है कि इन तीन बच्चों की मौत के साथ ही बीते 18 दिनों में इस अस्पताल में इलाज करा रहे कम से कम 13 बच्चों ने अपनी जान गवां दी है। परिजनों ने चिकित्सकीय लापरवाही को कारण बताया है।
इधर, एडीएमओ किशोर प्रृस्टी ने मीडिया को बताया कि पिछले 24 घंटे में तीन बच्चों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में तीन बच्चों की मौत हो गई है। पिछले 18 दिनों में 13 बच्चों की मौत हुई है। सितंबर में कुल 122 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनमें से 13 की मौत हो चुकी है। इस बीच स्वास्थ्य केंद्र में तनाव बढ़ने पर स्थानीय एसडीपीओ व सीडीएमओ अस्पताल पहुंचे।
आईसीयू में नहीं मिला ऑक्सीजन
एक मृत बच्चे के रिश्तेदार मिथुन नायक ने आरोप लगाया कि मेरे छोटे भाई के बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर और नर्सों की लापरवाही के कारण उसकी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि बच्चे को आईसीयू में भर्ती कराया गया था, लेकिन समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गई।
डॉक्टर और नर्स नहीं थे मौजूद
रिश्तेदार मिथुन नायक ने कहा कि अस्पताल में आपात स्थिति के लिए डॉक्टर और नर्स हमेशा उपलब्ध रहने चाहिए, लेकिन वे मौजूद नहीं थे। अधिकारियों की लापरवाही के कारण कई बच्चों की अस्पताल में मौत हो रही है। एक अन्य मृत बच्चे के एक रिश्तेदार ने भी इस दुखद घटना के लिए डॉक्टरों की अनुपस्थिति और अधिकारियों के उदासीन रवैये को जिम्मेदार ठहराया। रिश्तेदार प्रियंका मुदुली ने कहा कि हमारे बच्चे को कल रात 9 बजे भर्ती कराया गया था। रात में अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था और हमें उस हॉल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी जिसमें हमारा बच्चा भर्ती था। डॉक्टर आज सुबह करीब 12 बजे आये और हमें बताया कि बच्चा नहीं रहा। हम विकास के बाद निराश और असहाय हैं।

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