-
350 मेडिकल रिलीफ सेंटर कर रहे हैं कार्य
-
47.5 हजार मरीजों का हुई चिकित्सा
भुवनेश्वर। राज्य में बाढ़ प्रभावित इलाकों में जलजनित बीमारियों से निपटने में सरकार ने ताकत झोंक दी है। बीमारियों से बचने को लेकर लोगों को जागरुक करने के साथ-साथ उनका इलाज भी किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कुल 350 मेडिकल रिलीफ सेंटर कार्य कर रहे हैं। इनमें लोगों को चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं। साथ ही 120 मोबाइल मेडिकल टीमें भी इस इलाके में कार्य कर रही हैं। अब तक बाढ़ प्रभावित इलाकों में कुल 47 हजार 5 सौ मरीजों को चिकित्सा प्रदान किया जा चुका है। राज्य के जन स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्र ने पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अब तक इन इलाकों में कुल 2 लाख से अधिक हैलोजिन टाबलेट वितरित किया जा चुका है। इसी तरह दो लाख से अधिक ओआरएस पैक भी वितरण किया गया है।
डायरिया और सर्प दंश के अधिक मामले
राज्य के जन स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्र ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में डायरिया के मामले आ रहे हैं, लेकिन हैजा का कोई मामला नहीं है। डायरिया के लगभग 9 सौ मामले दर्ज किये गये हैं। डायरिया में अभी तक किसी की मौत नहीं हुई है। कोरापुट व रायगड़ा जिले में भी स्थिति ठीक है। बाढ़ के कारण सांप के डंसने के मामले भी आ रहे हैं। अब तक इस तरह के 88 मामले पाये गये हैं। इसमें किसी की मौत नहीं हुई है।