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कई नदियां उफान पर
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13 और 14 अगस्त को कई जिलों में भारी से भारी वर्षा होने की संभावना
भुवनेश्वर। ओडिशा में कम से कम अगले पांच दिनों तक बारिश से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। इतना ही नहीं, लगातार बारिश के कारण राज्य की कई नदियों में उफान आ गया है। इस बीच 13 और 14 अगस्त को राज्य के कई जिलों में भारी से भारी बारिष होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र के कारण पिछले कुछ दिनों में ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश हुई है। इससे नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 13 अगस्त के आसपास बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की भविष्यवाणी की है, जिससे अगले पांच दिनों में और बारिश होने की संभावना है।
भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने बताया कि 13 अगस्त के आसपास बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके बाद के 24 घंटों के दौरान और अधिक चिह्नित होने और उसके बाद पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। दास ने कहा कि इसके प्रभाव में 13 और 14 अगस्त को कई जिलों में भारी से भारी वर्षा होने की संभावना है। 14 अगस्त को सबसे अधिक बारिश होगी और 15 अगस्त तक थोड़ी कम हो सकती है।
पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, भारी बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन हो सकता है और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा ओडिशा के तट के साथ-साथ उसके आस-पास में 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सतही हवा चल सकती है।
महानदी पर बाढ़ जैसे हालात
छत्तीसगढ़ के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में अधिक बारिश के कारण महानदी पर बाढ़ जैसे हालात की आशंका जताई जा रही है। छत्तीसगढ़ में भारी बारिश के कारण हीराकुद बांध में अधिक पानी प्रवेश कर रहा है। आज हीराकुद के पांच गेट पानी के निष्काशन के लिए खोल दिये गये हैं।
कई अन्य नदियां उफान पर हैं और निचले इलाकों में पानी भर गया है और सड़क संचार बुरी तरह से बाधित हो गया है।
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है। बताया गया है कि तेज हवा के कारण समुद्र अशांत हो सकता है। इसलिए वे बंगाल की खाड़ी में न जायें।
जिलाधिकारियों को तैयार रहने के निर्देश
मौसम विभाग की भारी बारिश को लेकर की गयी भविष्यवाणी के मद्देनजर जिलाधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।