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कांग्रेस व भाजपा के विधायकों ने जोरदार हंगामा किया
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हंगामे के कारण सदन मुलतबी
भुवनेश्वर. मालकानगिरि जिले के चित्रकोंडा इलाके में स्थानीय एसडीपीओ द्वारा गत 5 जून को देर रात पुलिस फोर्स लेकर गांव में महिलाओं की पिटाई व दुर्व्यवहार मामला बुधवार को विधानसभा में गूंजा. इस मामले को उठाते हुए कांग्रेस व भाजपा के विधायकों ने जोरदार हंगामा किया. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष विक्रम केशरी आरुख को सदन को दस मिनट के लिए सदन को स्थगित करनी पड़ी. शून्यकाल में कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि मालकानगिरि जिले में एसडीपीओ बिना महिला पुलिसकर्मियों के गत पांच जून को देर रात जांच के नाम पर एक गांव में जाकर महिलाओं की पिटाई की है. पिटाई का शिकार होने वाले महिलाओं में एक गर्भवती महिला व एक नाबालिग है. इन लोगों को गंभीर चोटें आयी हैं.
महिलाओं को लगी चोट के फोटो दिखाये
वाहिनीपति ने महिलाओं को लगी चोट के फोटो को भी विधानसभा में दिखाया. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद ग्रामीण जिलाधिकारी से मिलकर एसडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी, लेकिन जिलाधिकारी ने भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की. वाहिनीपति ने कहा कि राज्य सरकार के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से उन्होंने स्वयं इस बारे में बात की. इसका भी कोई लाभ नहीं मिला. उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक सरकार मां को सम्मान की बात करती है, लेकिन रात के अंधेरे में बिना किसी सर्च वारंट व महिला पुलिसकर्मियों की महिलाओं की पिटाई करना क्या मां का सम्मान है.
उन्होंने कहा कि वह स्वयं व कांग्रेस के तीन अन्य विधायक उस गांव का दौरा कर वहां के लोगों से बातचीत की है. उन्होंने कहा कि मामले की माजिस्ट्रेट द्वारा जांच व पुलिस अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाये.
न्यायिक जांच तथा सदन कमेटी से जांच कराने की मांग
कांग्रेस विधायक संतोष सिंह सालुजा ने भी इस मुद्दे को उठाय़ा. कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने कहा कि मामले की गंभीरत को देखते हुए इसकी न्यायिक जांच तथा सदन कमेटी द्वारा जांच किया जाये. भारतीय जनता पार्टी के विधायक मोहन माझी ने भी कांग्रेस के मांग को समर्थन किया. कांग्रेस व भाजपा के विधायक इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष से रुलिंग देने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को स्थगित करने की घोषणा की.