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उत्साहित दैतापति सेवायत गजपति महाराज को करेंगे सूचित
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29 जून को लाखों भक्तों को देंगे नवयौवन दर्शन
पुरी. स्नान पूर्णिमा के दिन से बीमार चल रहे महाप्रभु श्री जगन्नाथ और उनके भाई-बहन बलभद्र और देवी सुभद्रा शनिवार को अणसर घर में 12 दिनों तक रहने के बाद स्वस्थ हो गये हैं. उत्साहित दैतापति सेवायत गजपति महाराज को इन देवताओं के ठीक होने की खबर देंगे. मान्यताओं के अनुसार, भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के स्वस्थ होने के बारे में गजपति महाराज को खुशखबरी देने के लिए दैतापति सेवायत एक भव्य जुलूस निकालते हैं राजा प्रसाद में प्रवेश करेंगे. इस अनुष्ठान को राजा प्रसाद बीजे कहा जाता है. इस दौरान दवा स्वरूप करैला, श्रीचंदन और रेशमी वस्त्र महाराज को चांदी की थाली में भेंट की जायेंगी. उल्लेखनीय है कि मान्यताओं के अनुसार, खलीलगी एकादशी पर तीनों देवों को उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए दशमूल (हर्बल औषधि) दी गयी थी. इससे पहले, देवताओं को बुखार से उबरने में मदद करने के लिए फुलुरी तेल दिया जाता है. मान्यता है कि दशमूल देवताओं के स्वस्थ होने में अद्भुत काम किया.
उल्लेखनीय है कि स्नान पूर्णिमा के दिन भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहन 108 घड़े के पानी से स्नान करने के एक दिन बाद बीमार पड़ गये थे. अब देवता पूरी तरह से बीमारी से उबर चुके हैं और 29 जून को होने वाले नाटमंडप और नेत्रोत्सव में नवयौवन दर्शन देंगे. इसके बाद एक जुलाई को उनकी रथयात्रा निकलेगी और ये देवता अपनी मौसी के घर नौ दिन का प्रवास करेंगे. इस बीच रथ निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है. रथों पर ‘दुआराबेड़ा’ लगा दिया गया है. वहीं, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं.