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श्रीमद्भागवत कथा का मंगलमय अनुष्ठान पूर्णाहुति एवं भण्डारा के साथ संपन्न
कटक. गीता ज्ञान मन्दिर, तुलसीपुर प्रांगण में परम स्वर्गीय बिहारी लाल अग्रवाल (बाबा जी) की प्रेरणा से सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत गीता का मंगलमय अनुष्ठान गीता ज्ञान मंदिर के अध्यक्ष विजय खण्डेलवाल के नेतृत्व एवं मन्दिर समिति के कोषाध्यक्ष एवं पवित्र भागवत कथा के संयोजक स्वदेश अग्रवाल एवं विनय खण्डेलवाल के संयोजन में सम्पन्न हुआ. गीता ज्ञान मन्दिर समिति की महामन्त्री सम्पत्ति मोड़ा ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सन्त श्री सुखदेव जी महाराज जी (नंदनवन गोशाला) की अमृतमय वाणी द्वारा श्रीमद् भागवत कथा पाठ का वाचन किया गया. इस सप्त दिवसीय कथा का लाभ कटकवासियों ने खूब उठाया. पण्डाल में तो मानो अमृत की वर्षा हो रही थी. भागवत कथा के अन्तिम दिन भाव विभोर होकर झूम उठे भक्त श्रोता गण. सन्त सुखदेव माहराज जी ने आज अन्तिम दिन की कथा प्रारम्भ में भक्त जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम जिस स्थान पर बैठ कर ये भागवत पाठ कर रहें हैं, ये मन्दिर अपने आप में एक तीर्थ स्थली है. परम आदरणीय पूज्य बिहारी बाबाजी को प्रणाम करता हूं. यहां पवित्र यज्ञ होते रहते हैं. ये यज्ञ भूमि से पूरा वातावरण मंगलमय, शान्तिमय रहता है.
गौरतलब है कि पूरे ओडिशा में ये इकलौता ऐसा मंदिर है, जहां चारों धाम मंदिर एक ही छत के नीचे है. उन्होंने आगे कहा श्रीमद्भागवत कथा पुराण श्रवण करने मात्र से सांसारिक कष्टों का निवारण हो जाता है. इस भागवत पुराण महायज्ञ के आयोजन में मुख्य भूमिका मुख्य यजमान विजय खण्डेलवाल एवं बिमलेश खण्डेलवाल, रतन मोदी, निधि मोदी, बंटी मोदी आभा मोदी एवं मधु सिंघी की रही, जिसे पूर्णरूपेण एक जुट होकर क्रियान्वित किया. गीता ज्ञान मंदिर के अध्यक्ष विजय खंडेलवाल, उपाध्यक्ष स्वतंत्र अग्रवाल, महामंत्री संपत्ति मोड़ी, उपमंत्री विनय खंडेलवाल, मंत्री बिना अग्रवाल, कोषाध्यक्ष स्वदेश अग्रवाल एवं समस्त गीता ज्ञान मंदिर सहयोगी प्रवेश अग्रवाल, शरद अग्रवाल, ज्ञान प्रकाश अग्रवाल, मनीष अग्रवाल, शशि अग्रवाल, पूनम साहनी, रितु अग्रवाल, दीप्ति गुप्ता, रिद्धि अग्रवाल, ज्योति खंडेलवाल, रूपम अग्रवाल, सोनू मोदी, सुनीता मोदी, सविता भीमराजका सभी ने मिलकर विशाल भागवत कार्यक्रम को अति सुचारू रूप से संपन्न करने में अपना संपूर्ण योगदान दिया. आयोजकों की तरफ़ से अध्यक्ष विजय खण्डेलवाल ने सात दिनों के सारे यजमानों, दानदाताओं एवं कटक के भक्त श्रोताओं का विशेष आभार व्यक्त किया एवं प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हर भक्त का साधुवाद किया.