पुरी. पुरी में विश्वविख्यात महाप्रभु श्री जगन्नाथ की रथयात्रा और स्नान पूर्णिमा में इस साल भक्तों के शामिल होने की अनुमति होगी. राज्य में कोरोना संक्रमण में आयी काफी गिरावट के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने आज भक्तों को इस साल पुरी में भगवान जगन्नाथ की आगामी स्नान पूर्णिमा और रथयात्रा के लिए अनुमति देने का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया. एसजेटीए के सूत्रों के अनुसार, भक्तों को रथयात्रा उत्सव से पहले भगवान के प्रसिद्ध स्नान अनुष्ठानों के दौरान स्नान मंडप के नीचे खड़े होकर देवों के दर्शन करने की अनुमति दी जायेगी. सभी महत्वपूर्ण निर्णय एसजेटीए के अधिकारियों की दैतापति नियोग और भगवान जगन्नाथ के अन्य सेवायतों के साथ एक बैठक में लिया गया. इस बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि गज वेश के दौरान सेवायात भी स्नान मंडप पर उपस्थित नहीं होंगे. वरिष्ठ सेवायतों ने एसजेटीए अधिकारियों के साथ अनुशासित तरीके से स्नान वेदी के पास से भक्तों को गज वेश के दर्शन की अनुमति देने के बारे में भी चर्चा की है. सेवायतों ने गज वेश के दो-तीन घंटे बाद भक्तों को स्नान मंडप में प्रवेश की अनुमति देने के लिए एक महत्वपूर्ण सुझाव भी दिया है. कहा जाता है कि छत्तीसा नियोग ने भगवान श्री जगन्नाथ के सहाण मेला के दो-तीन घंटे के दर्शन का प्रस्ताव भी दिया था. गौरतलब है कि रथयात्रा समन्वय समिति की बैठक कल पुरी में होगी.
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