-
विधायकों ने हाउस कमेटी का गठन कर स्थिति का अध्ययन करने की मांग की
भुवनेश्वर. पुरी में श्रीजगन्नाथ मंदिर के निकट कारिडर निर्माण के दौरान जेसीबी व अन्य मशीनों के जरिये खुदाई किये जाने के कारण मंदिर को खतरा उत्पन्न गया है. मंदिर में कुछ स्थानों पर दरारें दिख रही हैं. इसे अत्यंत गंभीर मामला करार देते हुए तथा इसकी महत्ता को समझते हुए विधानसभा अध्यक्ष एक हाउस कमेटी का गठन करें तथा उसे स्थिति की जानकारी लेने के लिए भेजें. भाजपा व कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष से यह मांग की. भाजपा विधायकों ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से रुलिंग देने की मांग की. विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने कहा कि कानून मंत्री से बात कर वह इस बारे में बतायेंगे, लेकिन भाजपा विधायक सदन के बीच में आकर अपनी मांग पर अडिग रहे. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने निर्धारित समय से लगभग 1 घंटा पूर्व सदन को स्थगित कर दिया.
मंगलवार को शून्यकाल में पुरी के विधायक जयंत षाड़ंगी ने इस मुददे को उठाया. उन्होंने कहा कि पुरी के लोगों ने श्रीमंदिर के आस पास कारिडर निर्माण करने के लिए अपनी जमीनों को सरकार को दी है. अब वहां निर्माण कार्य के लिए बड़ी-बड़ी मशीनों से खुदाई की जा रही है. एएसआई से भी इन बड़े निर्माण कार्यों के लिए अनुमति नहीं ली गई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे मंदिर में अनेक स्थानों पर दरार दिख रही है. जिला प्रशासन को इस बारे में अवगत कराने के बाद भी कोई लाभ नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि वह विकास का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन विनाश का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुरी के लोग इसके खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं. यह मामला अत्यंत गंभीर है. अतः एक सदन कमेटी का गठन किया जाये, जो जाकर वहां की स्थिति का जायजा ले. उन्होंने कहा कि श्रीजगन्नाथ मंदिर को कुछ यदि होता है तो उसके लिए जिम्मेदार नवीन सरकार रहेगी.
कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र, विपक्ष के मुख्य सचेतक मोहन माझी, भाजपा विधायक भास्कर मढेई ने इसका समर्थन किया तथा विधानसभा अध्यक्ष से इस बारे में रुलिंग देने की मांग की.