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ओडिशा में अप्रैल से विद्यालयों में मिलेगा मध्याह्न भोजन

  • मिड-डे-मील फिर से शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने एसओपी जारी की

भुवनेश्वर. ओडिशा में अप्रैल महीने से विद्यालयों में फिर से मध्याह्न भोजन कार्यक्रम को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है. राज्य सरकार ने इसके लिए एक एसओपी जारी की है, जिसका पालन सुनिश्चित करना होगा. राज्य के स्कूल एवं जनशिक्षा विभाग ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर कोविद-19 दिशानिर्देशों का पालन करते हुए अप्रैल से पहली से आठवीं कक्षा के छात्रों को पीएम पोषण योजना के तहत पका हुआ भोजन परोसने को कहा है. सरकार ने जिला स्तर के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि अप्रैल से बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन कार्यक्रम शुरू होने से पहले स्कूल प्रबंधन, अधिकारियों, केंद्रीय रसोई एजेंसियों द्वारा तैयारियां और सावधानियों को लेकर जारी एसओपी का पालन जरूरी है.

पत्र में कहा गया है कि किचन शेड का सेनिटाइजेशन किया जाना चाहिए. शौचालयों की सफाई, हैंडवाश की व्यवस्था, रखे गये बर्तनों और कंटेनरों की सफाई की जानी चाहिए. मौके पर उपलब्ध मध्याह्न भोजन सामग्रियों की खाने योग्य की गुणवत्ता की जांच करनी होगी. क्षतिग्रस्त स्टॉक का निपटान करना होगा. इसके साथ ही प्रधानाध्यापकों को बीईओ को संबंधित सीआरसीसी द्वारा विधिवत सत्यापित और पुष्टि की गई क्षतिग्रस्त रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी. पर्यवेक्षण और निगरानी सुनिश्चित करने को भी कहा गया है. इसके साथ ही सीआरसीसी, डीईओ और बीईओ को सीसीएच की सेवाओं को जांचने के लिए भी कहा गया है, ताकि खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित किया जा सके.

साथ ही यह कहा गया है कि कोविद-19 दिशानिर्देशों के तहत कच्चे माल की खरीद होनी चाहिए तथा रसोइया और उनके सहायकों को भी व्यक्तिगत तौर पर स्वच्छ रहना चाहिए. खांसी, बुखार और छींक आने पर सीसीएच को स्कूल नहीं आने देने के निर्देश दिये गये हैं. रसोई और आसपास के क्षेत्रों में सफाई और स्वच्छता पर ध्यान देने को कहा गया है. साथ ही कहा गया है कि बच्चों को पका और गर्म खाना ही परोसा जाना चाहिए. खाना वितरण के दौरान बच्चों में सामाजिक दूरी के नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए. कोरोना के संभावित संक्रमण को टालने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खुली हवा में बैठने को प्रोत्साहित करने की सलाह दी गयी है. यदि भोजन खुले स्थान या डाइनिंग हॉल में परोसा जाता है, तो बच्चों को बैठने की व्यवस्था को ठीक से किया जाना चाहिए. मध्याह्न भोजन की निगरानी करने के साथ-साथ शिक्षकों, रसोइया, सहायकों, डब्ल्यूएसएचजी और स्कूली बच्चों के बीच कोविद-19 प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने के लिए स्कूल प्रबंधन समिति, माता-पिता तथा शिक्षक संघों को गर्म पका हुआ भोजन परोसने के दौरान उपस्थित रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. इसके अलावा कुछ और भी पत्र में निर्देश दिये गये हैं, जिनका पालन सुनिश्चित करना होगा.

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