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36 घंटे में चक्रवात में तब्दील होगा डीप डिप्रेशन जिले में आईएमडी
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अंडमान निकोबार द्विप समूह में एनडीआरएफ की टीमें तैनात
भुवनेश्वर. चक्रवात असनी का ओडिशा में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. यह अभी डीप डिप्रेशन में है और अगले 36 घंटे के दौरान यह चक्रवात का रूप धारण कर लेगा. इस दौरान समुद्र अशांत रहेगा. अंडमान निकोबार द्विप समूह में एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गयी हैं. बताया गया है कि दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र लगभग 12 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ा और रविवार को सुबह 8 जिले में30 बजे उसी क्षेत्र में केंद्रित हो गया था. मौसम विभाग ने कहा है कि ओडिशा पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है.
आज भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि यह प्रणाली निकोबार द्वीप समूह से लगभग 110 किमी उत्तर-पश्चिम में, पोर्ट ब्लेयर (अंडमान द्वीप समूह) से 170 किमी दक्षिण और यांगून (म्यांमार) से 840 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित था.
आज दोपहर में जारी आईएमडी की बुलेटिन में कहा गया है कि इसके अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के साथ-साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है. अगले 24 घंटों के दौरान एक डीप डिप्रेशन में और बाद के 12 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है.
21 मार्च को आसन्न चक्रवात असनी के मद्देनजर केंद्र ने शनिवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में राष्ट्रीय आपदा बचाव बल (एनडीआरएफ) की छह टीमों को तैनात किया. एनडीआरएफ टीमों की तैनाती के अलावा स्थानीय प्रशासन ने चक्रवात असनी के खतरे के प्रति संवेदनशील मछुआरों की कॉलोनियों के लिए संवेदीकरण कार्यक्रम शुरू किया है. उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.
इस बीच बीते 48 घंटे में निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश हुई. आईएमडी ने कहा कि अंडमान द्वीप समूह में एक अलग तरह की अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है.
कल अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में समुद्र की स्थिति बहुत खराब से बहुत खराब थी. आज भी समुद्र काफी अशांत है और 21 मार्च को अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्व-मध्य खाड़ी के ऊपर यह बहुत ही अशांत हो जायेगा.