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स्थानीय एक नागरिक को दलाल बताया
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कहा-दलालों को सुरक्षा दे रही है राज्य सरकार
अमित मोदी, अनुगूल
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव सरोज प्रधान ने आज सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने राज्य सरकार पर दलालों को सुरक्षा देने का आरोप भी लगाया. आज अनुगूल के स्थानीय राजेश पायलट स्मृति परिषद प्रांगण में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने ये आरोप लगाये. प्रधान ने दो जिलाधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाये हैं और एक स्थानीय नागरिक को दलाल बताया है. प्रधान के अनुसार, एक व्यक्ति जिलाधिकारी मनीष अग्रवाल का करीबी बताया है तथा मालकानगिरि जिले के सरकारी रुपये हड़पने तथा स्थानीय ठेकेदारों और दुकानदारों के अलावा अन्य लोगों से धौंस दिखाते हुए चंदा मांगता है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जो मोबाइल नंबर सामने आया है, वह अनुगूल के निवासी सुशील अग्रवाल का है. इनके स्थानीय गांधी मार्ग इलाके के होने का दावा किया गया है.
प्रधान यह भी आरोप लगा रहे थे कि मालकानगिरि के जिलाधिकारी मनीष अग्रवाल और अनुगूल के पूर्व जिलाधिकारी अरविंद अग्रवाल के निकटतम माने जाने वाले सुशील अग्रवाल इन दोनों आईएएस अधिकारियों के कालेधन को सफेद करने के लिए कई प्रकार के व्यापार मैं पैसा लगाए हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मालकानगिरि जिले में सरकार की तरफ से खरीदे जा रहे सरकारी उपकरणों को सुशील अग्रवाल की पत्नी के नाम पर खरीद कर व्यापक रूप से घोटाला किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि अरविंद अग्रवाल के अनुगूल के जिलाधिकारी रहते समय सुशील अग्रवाल ने कई गरीब अनुसूचित व्यक्तियों से सस्ते दाम पर जमीन खरीद कर अपने नाम पर कर लिया और काफी रुपये कमाए. यहां सब गैरकानूनी तरीके से कन्वर्शन किया गया है. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि सुशील ने छेंडीपदा तहसील अधीनस्थ सैकड़ों एकड़ जमीन हेराफेरी की है. प्रधान ने यह भी आरोप लगाया है कि दो दशक पहले सुशील अग्रवाल और उनका परिवार बहुत ही गरीबी की दौर से गुजर रहा था.
हाल ही में करोड़ों रुपये की संपत्ति के मालिक बन गये हैं. उन्होंने राज्य सरकार से विजिलेंस अथवा सीबीआई के द्वारा जांच कराने की मांग की. पत्रकार सम्मेलन में पूर्व युवा कांग्रेस सभापति जयंत साहू, पूर्व नगर कांग्रेस कार्यकारी सभापति सुदीप मिश्र, कांग्रेस नेता टीकन बेहरा, रश्मि रंजन साहू, फारूक अहमद आदि उपस्थित थे. पत्रकार सम्मेलन में उन्होंने इस मामले की तुरंत जांच की मांग करते हुए सुशील अग्रवाल को गिरफ्तार करने तथा उनकी सभी संपत्तियों को जब्त करते हुए दोनों आईएएस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की है. साथ ही यह भी कहा कि अगर इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया गया तो जल्द ही बड़ा जन आंदोलन किया जायेगा. इस मामले में तीनों आरोपियों का पक्ष नहीं मिल पाया है. उनकी प्रतिक्रिया मिलते ही आपके समक्ष रखी जायेगी और उनको भी उचित स्थान दिया जायेगा.