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लंदन में छायी ओडिशा और छत्तीसगढ़ की कला

  • भारतीय गणतंत्र दिवस पर आयोजित समृद्ध सांस्कृतिक कार्यक्रम में ओडिशी और गबर नृत्य की रही धूम

भुवनेश्वर. भारतीय कलाकारों ने लंदन में अपनी कला और संस्कृति का प्रदर्शन करते हुए अपनी-अपनी मातृभूमि की खुशबू को बिखेर दिया. भारतीय गणतंत्र दिवस पर आयोजित समृद्ध सांस्कृतिक कार्यक्रम में ओडिशा की विख्यात ओडिशी नृत्य और छत्तीसगढ़ की गबर नृत्य धूम की रही.

ब्रिटेन में कार्यरत स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ पृथा दाशमहापात्र ने ओडिशी नृत्य प्रस्तुत किया. ठीक इसी प्रकार से गबर नृत्य मोना जेठवा और विशाखा टोकीकर ने प्रस्तुत किया. इन्होंने अपनी नृत्य के जरिये अपनी मातृभूमि की खुशबू बिखेर दी. कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया तथा तालियां कला और संस्कृति का स्वागत करती रहीं.

मजे की बात यह है कि भारत से मीलों दूर रह रहे और अलग-अलग पेशेवर व घरेलू जिम्मेदारियां के निर्वहन के साथ हर कोई भावुक के साथ कला और संस्कृति अपनाये हुए है और अपने देश की कला-संस्कृति प्रदर्शित कर रहे हैं.

समृद्ध सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारत की जीवंत विविधता और विरासत का प्रदर्शन किया गया. उत्तर पूर्व, उत्तर, दक्षिण, पश्चिम, भारत के पूर्व को कवर करते हुए कुछ अद्वितीय स्वदेशी कलाओं 350 से अधिक दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया गया. असम की राभा और अरुणाचल प्रदेश की न्याशी के साथ-साथ छत्तीसगढ़ का गबर नृत्य पहली बार ब्रिटेन में प्रदर्शित किया गया. असम और अरुणाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्रियों ने विरासत और संस्कृति के उत्सव की प्रासंगिकता को दोहराते हुए आजादी का अमृत महोत्सव के विशेष समारोहों के लिए अपनी शुभकामनाएं भेजी थीं. करीब 2.5 घंटे की मंचीय झांकी देखने को मिली तथा विभिन्न समुदायों के बारे में जानने के लिए एक आनंददायक पल रहा. इस मौके पर भवन के डॉ नंदकुमार तथा ब्रिटिश संसद के सदस्य बॉब ब्लैकमैन सांसद और पूर्व जलवायु परिवर्तन मंत्री बैरोनेस संदीप वर्मा ने इस अवसर पर अपनी बातों को रखते हुए कला-संस्कृति की सराहना की.

इस कार्यक्रम संस्कृति केंद्र और नेहरू केंद्र (आईसीसीआर, लंदन), भारतीय उच्चायोग और भवन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था.

इसकी जानकारी देते हुए आयोजन में मुख्य भूमिका निर्हवन करने वाली रागसुधा ने कहा कि इस तरह के एक समृद्ध सामग्री कार्यक्रम आयोजित करने में कई महीनों लग जाते हैं. हमने सांस्कृतिक पहलुओं को गहराई से समझने के लिए भारत में स्थानीय समुदायों के साथ काम किया है, ताकि हम उन्हें बड़े पैमाने पर दर्शकों के बीच ले जा सकें. उपस्थित लोगों ने एक समृद्ध अनुभव हासिल किया और भारतीय संस्कृति की एक झलक देखी.

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