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चार किलोमीटर चलकर शव को ले गयीं अंतिम संस्कार करने
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पुरी के लोग इन विवाहित बेटियों के सामने हुए नतमस्तक
पुरी. पुरी में चार बेटियों ने आज दिखा दिया कि वह किसी भी मायने में किसी से कम नहीं हैं. उन्होंने अपनी मां की अर्थी को कंधा देते हुए चार किलोमीटर दूर स्थित शमशान घाट तक ले गयीं और उनका अंतिम संस्कार किया. इस घटना ने लोगों के दिल को झंकझोर दिया है. घटना पुरी जिले की है.
जानकारी के अनुसार, पुरी के मंगलाघाट निवासी जाति नायक 80 वर्ष की थीं. शनिवार को उनका निधन हो गया. हालांकि जाति नायक के दो बेटे हैं, लेकिन उनमें से किसी ने भी उसकी मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार के लिए सामने नहीं आया. इसके बाद जाति की चार विवाहित बेटियों ने परम्पराओं की बाधाओं को तोड़ने का फैसला किया. उन्होंने दाह संस्कार की पूरी तैयारी की और अपनी मां के पार्थिव शरीर को स्वर्गद्वार तक ले गयीं.
बेटियों को इस कर्तव्य का निर्वहन करते देख लोग हैरान रह गए और मंगलघाट से स्वर्गद्वार तक 4 किलोमीटर की दूरी तय कर अंतिम संस्कार संपन्न करने वाली चार महिलाओं के आगे नतमस्तक हुए.