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एम्स भुवनेश्वर के दो दिवसीय आयोजन में देशभर के प्रतिष्ठित संस्थानों के सलाहकारों और फैकल्टी ने भाग लिया
भुवनेश्वर. लैप्रोस्कोपिक यूरोलॉजी की बारीकियों को सीखने और सीखने का अवसर पैदा करने के लिए एम्स-भुवनेश्वर के यूरोलॉजी विभाग ने यूरोलॉजी में एडवांस 3-डी लेप्रोस्कोपिक एक पर्यवेक्षक कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया. दो दिवसीय कार्यक्रम में जबरदस्त प्रतिक्रिया देखी गई. भारत के प्रतिष्ठित संस्थानों के सलाहकारों और संकायों ने कार्यक्रम में भाग लिया.
इस अवसर पर एम्स भुवनेश्वर में यूरोलॉजी विभाग के संकायों द्वारा विभिन्न सर्जरी का प्रदर्शन किया गया. विभागाध्यक्ष डॉ. प्रशांत नायक, विभागाध्यक्ष यूरोलॉजी एम्स भुवनेश्वर ने कहा कि यह जरूरी है कि देश भर में हमारे सहयोगियों को इस तरह के कौशल प्रदान किए जाएं, ताकि रोगियों को कम रुग्णता का लाभ मिल सके और न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रियाओं के बाद जल्दी स्वस्थ हो सकें.
एम्स भुवनेश्वर यूरोलॉजी विभाग के फैकल्टी डॉ. प्रशांत नायक, डॉ मनोज दास और डॉ स्वर्णेंदु मंडल ने आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए कई सर्जरी का प्रदर्शन किया. डॉ. भास्कर राव, डॉ. नताशा रॉय की एनेस्थीसिया टीम और ऑपरेशन थियेटर के नर्सिंग और तकनीकी कर्मचारियों ने ओटी को सुचारू रूप से चलाने के लिए अपना सहयोग और समर्थन दिया.
एम्स भुवनेश्वर की निदेशक प्रो डॉ गीतांजलि ने यूरोलॉजी विभाग के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम मरीजों के लिए अधिक मददगार होंगे. डॉ. गीतांजलि ने कहा कि विभिन्न यूरोलॉजिकल बीमारियों से पीड़ित मरीजों को लाभान्वित करने के लिए विभाग नियमित रूप से ऐसी गतिविधियां जारी रखेगा.
विभाग ने अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने और निरंतर प्रोत्साहन के लिए एम्स भुवनेश्वर के निदेशक प्रो. गीतांजलि को भी धन्यवाद दिया.