-
कहा-जांच की प्रक्रिया से लगता है कि राजनैतिक दबाव में है पुलिस
-
दांव पर लगी है जांच एजेंसी की साख
-
भाजपा ने आयोजित किया बौद्धिक समागम
भुवनेश्वर. ओडिशा के पूर्व डीजीपी और भाजपा नेता प्रकाश मिश्र ने महिला शिक्षिका ममिता मेहेर की जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा है कि पुलिस दबाव में हैं तथा जांच एजेंसी की साख दांव पर लगी है. ओडिशा के पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी प्रकाश मिश्र ने गुरुवार को स्मार्ट सिटी भुवनेश्वर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा आयोजित एक बौद्धिक समागम के दौरान यह बातें कहीं.
पूर्व डीजीपी मिश्र ने कहा कि जिस तरह से यह जांच की गई है, उससे यह स्पष्ट है कि पुलिस जबरदस्त दबाव में है. सबसे अधिक संभावना राजनीतिक दबाव का है. यहां जांच एजेंसी की साख दांव पर लगी है. अगर लोग जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी को सौंपना चाहते हैं, तो सरकार को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
मिश्र ने कहा कि यदि मंत्री दिव्य शंकर मिश्र कई बार महलिंग गए थे, तो उन्हें जांच के दायरे में लाया जाना चाहिए, लेकिन हाल ही में उन्हें मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ एक ही मंच साझा करने से पुलिस उन्हें पकड़ने में लगभग अक्षम हो गई है.
इसी तरह, वरिष्ठ वकील और भाजपा नेता पीतांबर आचार्य ने कहा कि ममिता हत्याकांड की जांच को लेकर न केवल बुद्धिजीवियों, बल्कि आम आदमी भी आश्चर्यचकित है, लेकिन हमारे मुख्यमंत्री इस बात से बेफिक्र नजर आ रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि अपने विरोध को आगे बढ़ाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य की राजधानी में बुद्धिजीवियों को लेकर बौद्धिक समागम का आयोजन किया, ताकि मारी गई कलाहांडी स्कूल की शिक्षिका ममिता मेहेर के लिए न्याय मिले.
भाजपा ने सभा में डॉक्टरों, वकीलों, पत्रकारों, शिक्षाविदों, लेखकों और पूर्व पुलिस अधिकारियों सहित समाज के लगभग सभी क्षेत्रों के बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया था.