-
आंवला नवनी पर श्रद्धालु नहीं कर पाये देवी राधा के चरणों के दर्शन
-
19 नवंबर धवलेश्वर मंदिर और इसके आसपास के क्षेत्र में धारा-144 लागू
भुवनेश्वर. कोरोना संक्रमण को लेकर साक्षीगोपाल मंदिर और धवलेश्वर मंदिर में लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इससे लोगों ने आंवला नवमी पर साक्षीगोपाल मंदिर में देवी राधा के चरणों का दर्शन नहीं कर पाये.
कटक जिला प्रशासन ने कोविद प्रोटोकॉल के अनुसार पंचक, आंवला नवमी और बड़ा ओशा त्योहारों के दौरान बड़ी भीड़ को रोकने के लिए प्रसिद्ध धवलेश्वर मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्रों में लोगों के प्रवेश पर सख्त प्रतिबंध लगाया है. इस प्रतिबंध के कारण आज से 19 नवंबर, कार्तिक पूर्णिमा तक मंदिर और उसके आसपास धारा 144 लागू कर दी गयी है. उल्लेखनीय है कि आज आंवला नवमी है. इसके बाद बड़ा ओशा 17 नवंबर को और पंचक ब्रत, पवित्र कार्तिक माह के अंतिम पांच दिन (15 से 19 नवंबर) कुछ प्रमुख अनुष्ठान होते हैं. इस दौरान हर साल इस मंदिर में हजारों-हजारों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं.
यहां भीड़ में कोविद-19 महामारी के संक्रमण के बढ़ने और प्रोटोकॉल के उल्लंघन की आशंका को देखते हुए आठगढ़ के कार्यकारी मजिस्ट्रेट ने मंदिर में लोगों के प्रवेश पर रोक दिया है.
पुलिस को निर्देश दिया गया है कि धवलेश्वर मेन गेट, हैंगिंग ब्रिज के टोल गेट और मंचेश्वर में धवलेश्वर बीट हाउस पर जनता की आवाजाही पर प्रतिबंध सख्ती से लागू किया जाए.
इस अवधि के दौरान केवल सेवायतों को ही मंदिर में प्रवेश करने और आवश्यक अनुष्ठान करने की अनुमति दी गयी है.
दूसरी ओर पुरी जिले के अधिकारियों ने आज आंवला नवमी के अवसर पर लोगों की भीड़ को रोकने के लिए साक्षीगोपाल में भगवान गोपीनाथ के मंदिर और उसके आसपास धारा 144 लागू कर दी है.
इस शुभ अवसर पर यहां मंदिर में देवी राधा के चरण कमलों के दर्शन के लिए आंवला नवमी पर लाखों लोग आते थे.
Indo Asian Times । Hindi News Portal । इण्डो एशियन टाइम्स,। हिन्दी न्यूज । न रूकेगा, ना झुकेगा।।

