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देर शाम से शुरू हुई लैंडफाल की प्रक्रिया, ओडिशा में भारी
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प्रधानमंत्री ने की ओडिशा और आंध्र के मुख्यमंत्री से बात, नवीन ने की तैयारियों की समीक्षा
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ओडिशा में संभावित प्रभावित क्षेत्रों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
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ओड्राफ और एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला
भुवनेश्वर. बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात गुलाब के प्रभाव में ओडिशा में रविवार तड़के से रह-रहकर भारी बारिश हो रही है. तटीय क्षेत्रों में तेज हवा के साथ बारिश से जनजीवन प्रभावित है तथा समुद्र अशांत है. मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गयी है. पुरी और पारादीप समेत विभिन्न समुद्र तटों के लिए अलग-अलग संकेत जारी किये गये हैं. ओडिशा में कई जिलों के लिए चेतावनी जारी की गयी है. प्रशासन अलर्ट पर है. चक्रवात गुलाब की आधी रात इंट्री से पहले रविवार देर शाम को लैंडफाल की प्रक्रिया शुरू हुई. ओडिशा में संभावित प्रभावित क्षेत्रों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है तथा ओड्राफ और एनडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चक्रवात से निपटने को लेकर तैयारियों की समीक्षा की. गंजाम और गजपति जिला के सर्वाधिक प्रभावित होने की संभावना है. इन जिलों के निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित कैंप में पहुंचा दिया गया है. भारी बारिश के कारण ओडिशा में अचानक बाढ़ का भी खतरा है. इसके कारण जलस्तर की जांच और नियंत्रण के लिए कई स्थानों पर बैराज खोले गए हैं. चक्रवात गुलाब के के कारण भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. आस्का, पुरुषोत्तमपुर और रुशिकुल्या बेसिन जैसे क्षेत्र बाढ़ की चपेट में हैं.