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कहा- सभी मिलकर समाज के विकास के लिए कार्य करें
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गणेश कंदोई और किशनलाल भरतिया ने की नसीहतओं की बौछार
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सबको साथ ले चलने की अपील की
हेमंत कुमार तिवारी, कटक
कटक मारवाड़ी समाज के पूर्व अध्यक्ष विजय खंडेलवाल ने शपथ ग्रहण समारोह में कहा कि लोगों को जनादेश को स्वीकार करना चाहिए। यह एक चुनावी प्रक्रिया होती है, जिसमें एक व्यक्ति जीतता है तो दूसरा हरता है। परिवर्तन प्रकृति का नियम है और इस परिवर्तन को हमें दिल से स्वीकार करना चाहिए। पहले संस्थापक अध्यक्ष गणेश कंदोई बने, उसके बाद मैंने साढे चार साल जिम्मेदारियों का निर्वहन किया और अब जनता ने सेवा करने का मौका किशन कुमार मोदी को दी है। चुनावी प्रक्रिया के दौरान तनाव जरूर हुआ, लेकिन जनता ने किशन कुमार मोदी को अपना नेता चुना है और हमें यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि किशन कुमार मोदी पूरे समाज के अध्यक्ष हैं। इस दौरान विजय खंडेलवाल ने कहा कि इलेक्शन की जगह सिलेक्शन की सलाह लोगों ने दी है, क्योंकि इस चुनाव प्रक्रिया के दौरान काफी तनाव देखने को मिला है। इधर, पूर्व संस्थापक अध्यक्ष गणेश प्रसाद कंदोई ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए किशन कुमार मोदी को समाज को एकजुट रखने का आह्वान किया तथा कहा कि मुखिया होने के नाते उनके ऊपर पूरे समाज की जिम्मेदारी है और समाज के हर व्यक्ति का ध्यान रखना अब किशन कुमार मोदी की नैतिक जिम्मेदारी है। इधर, किशनलाल भरतिया ने तुलसी बाबा की चौपाई को पेश करते हुए कहा कि मुखिया को मुख पर नियंत्रण रखने की सबसे अधिक जरूरत होती है तथा सुनिश्चित करना होता है कि सर्वांगीण विकास अपनी प्रक्रिया के तहत हो। इस दौरान भरतिया ने कहा कि समाज के विकास के लिए और सकारात्मक कार्यों के लिए वह सदैव किशन कुमार मोदी के साथ हैं और रहेंगे।
साहब बच्चा बड़ा हो गया है…!
शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित अतिथियों ने किशन कुमार मोदी को खूब नसीहतों की घुट्टी पिलाई। अक्सर देखा जाता है कि पिता के सामने बच्चा चाहे जितना भी बड़ा हो जाए, वह छोटा ही दिखता है। ऐसा ही कुछ नजारा शपथ ग्रहण समारोह में देखने को मिला, जब वरिष्ठ सदस्यों ने पूरे कार्यक्रम के दौरान सिर्फ और सिर्फ अध्यक्ष किशन कुमार मोदी के समक्ष नसीहतों की बौछार की। उन्हें ऐसा ही लग रहा था कि किशन कुमार मोदी समाज को तोड़ने के लिए अध्यक्ष बने हैं। यह भले ही दीगर बात है कि किशोर कुमार मोदी अन्य सदस्यों से उम्र में छोटे हो, लेकिन उन्होंने चुनाव के दौरान अपनी परिपक्व सोच की बदौलत एक बड़ी जमात अपने साथ खड़ी की और एक कड़ी प्रतिद्वंद्विता के बीच अपना सिक्का कायम किया। इस दौरान एक यह भी संदेश गया कि एक कार्यकर्ता अगर ईमानदार प्रयास करे तो वह मतदाताओं के पलकों पर बैठ सकता है।
राजनीति में उतरने के टीम मोदी प्रेरणा स्रोत
पिछले कुछ दिनों से कटक मारवाड़ी समाज में राजनीति के क्षेत्र में सदस्यों से उतरने का आह्वान किया जा रहा है और शपथ ग्रहण समारोह में भी इस बात की जिक्र उठी, लेकिन किसी भी सदस्य का ध्यान इस तरफ नहीं गया कि जिस तरह से किशन कुमार मोदी और उनकी टीम ने चुनावी प्रक्रिया के दौरान सारी उम्मीदों को दरकिनार करते हुए अपना सिक्का कायम किया, उससे प्रेरणा लेकर युवा राजनीति में उतरें।
आपको याद होगा कि किशन कुमार मोदी अकेले नामांकन पत्र लेने के लिए चुनाव समिति कार्यालय गए थे और इसके बाद बदलते घटनाक्रम में इनको रमन बगड़िया और उनके साथियों का साथ मिला। इस युवा टीम ने कड़ी मेहनत की और जीत हासिल की। चुनावी प्रक्रिया के दौरान कहा जा रहा था कि किशन कुमार मोदी सैकड़ों-हजारों वोट से हारेंगे, लेकिन प्रतिद्वंद्विता इतनी कड़ी हुई कि 140 वोट से उन्होंने जीत हासिल की। समाज के वरिष्ठ सदस्यों को इस पर भी ध्यान देना चाहिए अगर राजनीति के क्षेत्र में युवाओं को उतारना है तो उनको किशन मोदी से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित करें।