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कोरोना महामारी को देखते हुए धरने या सभा की अनुमति नहीं
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डीजीपी ने की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा, स्थिति पर संतुष्टि जतायी
भुवनेश्वर. एक सितंबर से शुरू होने मानसून सत्र को लेकर विधानसभा के आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. राज्य के डीजीपी अभय ने मानसून सत्र से पहले मंगलवार को ओडिशा विधानसभा में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की. अभय ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. विधानसभा परिसर में सुरक्षा के अलावा परिसर के अंदर और आसपास वर्दीधारी और सादे कपड़ों के कर्मी मौजूद रहेंगे.
पुलिस आयुक्त वर्दीधारी कर्मियों के प्रभारी हैं और खुफिया निदेशक सादे कपड़ों के कर्मियों के प्रभारी हैं. डीजीपी ने कहा कि वह सुरक्षा व्यवस्था से संतुष्ट हैं.
पुलिस आयुक्त सौम्येंद्र कुमार प्रियदर्शी ने बताया कि सुरक्षा के लिए 35 प्लाटून बल और 100 से अधिक अधिकारियों को तैनात किया जा रहा है. विधानसभा के अंदर त्वरित प्रतिक्रिया दल को तैनात किया गया है और पांच नियंत्रण कक्षों पर स्ट्राइकिंग फोर्स तैनात है.
विधानसभा सत्र के दौरान भुवनेश्वर में धरना स्थल पर लोग जमा होते हैं, पुलिस भी स्थिति पर नजर रखे हुए है. विधानसभा के सामने किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना, जैसे आत्महत्या से बचाने के लिए विशेष शाखा के समन्वय से व्यवस्था की गई है.
भुवनेश्वर डीसीपी उमाशंकर दास ने बताया कि विधानसभा परिसर और धरना स्थल के आसपास धारा-144 लगा दी गई है. कोविद-19 महामारी को देखते हुए किसी भी तरह के धरने या किसी भी प्रकार की सभा की अनुमति नहीं दी जा रही है.
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