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कुल मिलाकर 6680 नमूने किये जायेंगे एकत्र
भुवनेश्वर. आईसीएमआर- क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी), भुवनेश्वर ने आज से राज्य के 12 जिलों में सीरोलॉजिकल सर्वे शुरू किया है. इस सर्वेक्षण के लिए जिन 12 जिलों का चयन किया गया है, उनमें खुर्दा, पुरी, जाजपुर, मयूरभंज, बालेश्वर, संबलपुर, झारसुगुड़ा, केंदुझर, सुंदरगढ़, कंधमाल, कलाहांडी और नवरंगपुर शामिल हैं. सामान्य आबादी और स्वास्थ्यकर्मियों में सार्स-कोव-2 एंटीबॉडी के आयु-विशिष्ट प्रसार का अनुमान लगाने और समीक्षा करने के लिए राज्यव्यापी सीरोलॉजिकल सर्वे शुरू किया गया है. यह सर्वे 20 सितंबर 2021 तक चलेगा.
12 जिलों में 137 कलस्टर में से समुदाय से कुल 40 नमूने (रेंडम ढंग से) और 100 स्वास्थ्य कर्मियों से एकत्र किए जाएंगे. कुल मिलाकर 6680 नमूने एकत्र किये जायेंगे. इनमें स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों से 1200 और समुदाय से 5480 नमूने एकत्र किए जाएंगे. इनमें 6 से 17 वर्ष (1644), वयस्क (3836) और स्वास्थ्य कर्मियों (1200) के बीच के बच्चे शामिल हैं.
राज्य के प्रत्येक क्षेत्र में एक साथ सर्वेक्षण करने के लिए छह टीमों को तैनात किया गया है, जिसमें एक पर्यवेक्षक, अनुसंधान सहायक, फेलोबोटोमिस्ट और डेटा एंट्री ऑपरेटर शामिल हैं. नमूनों को उचित कोल्ड चेन बनाए रखते हुए ले जाया जाएगा और आरएमआरसी, भुवनेश्वर की कोबास प्रयोगशाला में सार्स-कोव-2 के खिलाफ एंटीबॉडी के आकलन के लिए परीक्षण किया जाएगा.
यह सीरो सर्वेक्षण राज्य के लिए अपनी तरह का पहला सर्वेक्षण है. इसके लिए ओडिशा राज्य स्वास्थ्य विभाग से वित्त पोषण का सहयोग दिया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि संसाधनों को प्राथमिकता देने, महामारी की प्रगति पर योजना बनाने, लॉकडाउन लगाने और हटाने आदि के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य नीति के निर्णयों को लेने में सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण उपयोगी रहे हैं.
हालांकि, ओडिशा में सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण में अब तक केवल वयस्क प्रतिभागियों (18 वर्ष से ऊपर) को शामिल किया गया है और टीकाकरण कार्यक्रम के विस्तार के बाद राज्य स्तर पर नहीं किया गया है.
ओडिशा ने अब तक टीके की 2,17,83,156 खुराकें दी हैं. इनमें से 1,65,20,794 को पहली खुराक मिली और 52,62,362 प्राप्तकर्ताओं को दूसरी खुराक भी दी गई.