परलाखेमुंडी. गजपति संभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) संग्राम केशरी बेहरा ने मृतक सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) सौम्य रंजन महापात्र की पत्नी विद्या भारती पंडा के साथ अपने संबंधों के आरोपों से इनकार किया है. क्राइम ब्रांच के डीएसपी ज्ञान रंजन मिश्र से करीब तीन घंटे की लंबी पूछताछ के दौरान इस बात का दावा बेहरा ने किया है. विद्या के साथ अपने संबंधों के आरोपों से इनकार हुए उन्होंने इस आरोप से भी इनकार किया है कि वह उन्हें (मृत एसीएफ) नाइट ड्यूटी पर भेजते थे और उन्हें प्रताड़ित करते थे.
यह पूछे जाने पर कि क्या मामले की मुख्य गवाह विद्या भारती पंडा से पूछताछ की जाएगी, अपराध शाखा के डीएसपी ने कहा कि बहुत जल्द ही उनसे भी पूछताछ की जायेगी. हालांकि उन्होंने समयसीमा बताने से इनकार कर दिया. जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या वायरल वीडियो पर और एसीएफ सौम्य रंजन की मृत्युकालीन घोषणा की रिकॉर्डिंग के दौरान उनकी उपस्थिति उनकी प्रतिक्रिया के लिए डीएफओ से पूछताछ की गई, तो मिश्र ने कहा कि उन्होंने स्वीकार किया है कि वह एक वातानुकूलित कमरे में बैठे थे, जहां डॉक्टर थे. वे इधर-उधर घूम रहे थे और कुछ लिख रहे थे, लेकिन वे क्या लिख रहे थे वह नहीं जानते हैं. मिश्र ने कहा कि बेहरा से घटना की कार्यवाही के बारे में करीब तीन घंटे तक पूछताछ की गई.
मिश्रा ने संवाददाताओं को समझाया कि मेरी जिम्मेदारी उनसे पूछताछ करना और उसके जवाब को नोट करना है. बाद में मैं विश्लेषण करूंगा या जिरह करूंगा और तब सच्चाई सामने आएगी. एक सवाल के में मिश्र ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो किसी का भी लाई डिटेक्शन टेस्ट कराया जा सकता है. जरूरत पड़ने पर डीएफओ से दोबारा पूछताछ की जा सकती है और डीएफओ का मोबाइल फोन जब्त किया जा सकता है. हालांकि मिश्र ने सभी पूछे गये सवालों को नहीं बताया.