भुवनेश्वर. कोरोना महामारी के बीच गरीबों के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), भुवनेश्वर ने शनिवार को एक बड़ी घोषणा की है. इसके तहत राज्य में कोविद-19 जैसे महत्वपूर्ण उपचार की आवश्यकता वाले गरीबों और राशन कार्ड धारकों को मुफ्त ईसीएमओ सहायता सुविधा प्रदान करने की घोषणा एम्स ने की है. एम्स भुवनेश्वर के चिकित्सा अधीक्षक सच्चिदानंद मोहंती ने कहा कि सभी राशन कार्ड धारकों और गरीबों को अस्पताल में मुफ्त ईसीएमओ उपचार प्रदान किया जाएगा. गौरतलब है कि 15 जुलाई को प्रमुख चिकित्सा संस्थान में मरीजों के लिए ईसीएमओ सुविधा शुरू की गई थी. एम्स भुवनेश्वर की निदेशक बी गीतांजलि ने संस्थान के नौवें स्थापना दिवस के अवसर पर अस्पताल में दो ईसीएमओ मशीनों वाली एक नई इकाई का उद्घाटन किया. जून में ईसीएमओ उपचार की भारी आवश्यकता के बीच दो मशीनों की खरीद का निर्णय लिया गया था. इस प्रयोग विशेष रूप से फेफड़ों की बीमारियों से पीड़ित गंभीर कोरोना रोगियों के इलाज में किया जाता है.
संस्थान ने मशीनों को संचालित करने के लिए और अधिक तकनीशियनों को भी काम पर रखा है.
उल्लेखनीय है कि गंभीर रूप से बीमार कई कोविद रोगियों को ईसीएमओ सहायता की आवश्यकता होती है, जिन्हें महंगा उपचार प्राप्त करने के लिए अन्य राज्यों में एयरलिफ्ट किया गया था.
राज्य के सतर्कता निदेशक देवाशीष पाणिग्राही कोविद-19 से संक्रमित थे. इनको ईसीएमओ उपचार के लिए कोलकाता ले जाया गया. हालांकि, कोविद के बाद की जटिलताओं के कारण उनकी मृत्यु हो गई. इसी तरह, गंभीर रूप से बीमार एक युवक अभिषेक महापात्र को बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (बीपीआईए) से उन्नत ईसीएमओ उपचार के लिए एक एयर एम्बुलेंस में कोलकाता लाया गया था.
कुछ दिनों पहले कटक में एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अधिकारियों ने भी घोषणा की कि इस महीने शीर्ष चिकित्सा संस्थान में गंभीर रोगियों के लिए ईसीएमओ सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. कोविद और गैर-कोविद गंभीर रूप से बीमार रोगियों के लिए दो अलग-अलग इकाइयों के साथ नौ ईसीएमओ मशीनें स्थापित की गई हैं.