Home / Odisha / भाई-बहन के साथ मौसी मां के घर पहुंचे महाप्रभु श्री जगन्नाथ

भाई-बहन के साथ मौसी मां के घर पहुंचे महाप्रभु श्री जगन्नाथ

  • निर्धारित समय से पहले पहुंचे तीनों रथ

  • बिना भक्तों की अनुपस्थिति में सेवायतों ने खिंचा रथ

  • पुरी गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने रथ पर आकर भगवान के दर्शन किये

पुरी. महाधाम पुरी में बड़े भाई बलभद्र, बहन सुभद्रा के साथ महाप्रभु भगवान श्री जगन्नाथ सोमवार को निर्धारित समय से पहले मौसी मां के मंदिर में पहुंच गये. आज शाम 4.30 मिनट पर बड़े भाई बलभद्र का रथ तालध्वज, शाम पांच बजे बहन सुभद्रा व साढ़े पांच बजे श्रीजगन्नाथ जी का रथ नंदिघोष बड़दांड में श्रीगुंडिचा मंदिर के सामने पहुंच गये.

इस साल भी रथयात्रा में पिछले साल की तरह कोरोना के कारण भक्त उपस्थित नहीं थे. सेवायतों ने हर्षोल्लास के साथ रथों को दोपहर 12 बजे से खिंचना प्रारंभ किया था.

सोमवार तड़के से समस्त प्रकार की रीति-नीतियां शुरू हो गई थीं. रथ की प्रतिष्ठा की नीति सुबह आठ बजे और 8.15 पर मगंलार्पण की नीति संपन्न हुई. इसके बाद सुबह साढ़े आठ बड़ी पहंडी नीति संपन्न हुई. सबसे पहले चक्रराज सुदर्शन, बहन सुभद्रा को देवदलन रथ पर स्थापित करने के बाद भगवान बलभद्र को तालध्वज रथ पर रथारूढ़ किया गया.

बड़े भाई व बहन के रथारूढ़ होने के बाद जगत के नाथ श्री जगन्नाथ भी अपने रथ नंदिघोष पर रथारुढ़ हुए. इन देव-देवी को पहंडी नीति के जरिये लाकर उनके रथों पर रथारूढ़ किया गया.

कोरोना के कारण इस बार भी भक्त अपने भगवान का प्रत्यक्ष दर्शन करने से वंचित रहे. भक्त टीवी के पर्दे पर भगवान के दर्शन किये.

बिजे नीति में भगवान मंदिर से आकर रथारूढ़ होने के बाद मदन मोहन बिजे नीति संपन्न हुई.  इसके पश्चात श्रीजगन्नाथजी के आद्य सेवक पुरी के गजपति महाराज दिव्य सिंहदेव छेरा पहंरा नीति आयोजित की. पुरी गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती रथ पर आकर भगवान  के दर्शन किये.

रथयात्रा के लिए पुरी शहर में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. पुरी शहर में 65 प्लाटून पुलिस फोर्स तैनात की गई थी. पुरी शहर को 12 जोन में विभाजित करने के साथ-साथ शहर के मुख्य प्रवेश पथ पर सुरक्षा बल तैनात किये गये थे.

सुरक्षित रथयात्रा को लेकर मुख्यमंत्री ने जताया आभार

आज पुरी में सुरक्षित विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा में सहयोग के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सबके प्रति आभार जताया है. इससे पहले आज मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और राज्यपाल प्रो गणेशी लाल ने रथयात्रा पर सबको बधाई दी थी.

आज साम समय पूर्व महाप्रभु श्री जगन्नाथ, भाई बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों के गुंडिचा मंदिर पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने ट्विट कर लोगों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि पुरी में स्थानीय लोगों, सेवायतों और सुरक्षा में लगे अधिकारियों और सभी कर्मचारी इसके लिए धन्यवाद के पात्र हैं, जिन्होंने कोरोना महामारी के बीच सुरक्षित रथयात्रा निकाली.

Share this news

About desk

Check Also

भरतपुर मामले में गठित जांच आयोग की अवधि बढ़ी

न्यायिक आयोग को अब 31 जनवरी 2025 तक दिया गया समय भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *