काठमांडू। संसद में पिछले एक महीने से जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए रविवार को प्रधानमंत्री की तरफ से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई। सर्वदलीय बैठक फिर सोमवार को अपराह्न 4 बजे बुलाई गई है।
प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए आज संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले सभी दलों के शीर्ष नेताओं की बैठक बुलाई। उन्होंने विपक्षी दलों से संसद को सुचारू रूप से चलने देने के लिए आग्रह किया, लेकिन प्रमुख विपक्षी दल नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी-एमाले) ने संसद को चलने देने के लिए अपनी शर्त से पीछे नहीं हटने की बात दोहराई।
सर्वदलीय बैठक के बाद एमाले के अध्यक्ष तथा पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पत्रकारों को बताया कि सोने की तस्करी मामले में उच्च स्तरीय जांच समिति नहीं बनाने तक संसद को नहीं चलने दिया जाएगा। ओली ने कहा कि सरकार जांच की मांग से पीछे हट रही है, इससे सोने की तस्करी में सरकार के कुछ लोगों के संलिप्त होने की आशंका बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री प्रचंड ने सर्वदलीय बैठक को लेकर कहा कि सोने की तस्करी मामले में जांच के लिए सीआईबी सक्षम है। अन्य कोई दूसरी जांच समिति बनाने से सीआईबी की जांच पर असर पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों से अपनी जिद को छोडकर संसद सुचारू करने का आग्रह किया।
बैठक मेें शामिल उपप्रधानमंत्री पूर्ण बहादुर खड्का ने कहा कि सहमति जुटाने का प्रयास अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि कल फिर से बैठक कर सहमति जुटाने का प्रयास किया जाएगा। सर्वदलीय बैठक फिर सोमवार को अपराह्न 4 बजे बुलाई गई है।