काठमांडू। एक क्विंटल सोने की तस्करी में अब तक गिरफ्तार हुए सभी 12 चीनी नागरिकों के पास से नेपाली नागरिकता का प्रमाण पत्र बरामद होने के बाद इस मामले में नया मोड़ आ गया है। नागरिकता जैसे संवेदनशील दस्तावेज विदेशी नागरिकों के पास से बरामद होने पर पुलिस के लिए इसकी जांच करना और अधिक पेचीदा हो गया है।
एक क्विंटल सोने की तस्करी मामले की जांच कर रही केन्द्रीय अनुसंधान ब्यूरो की तरफ से जिला अदालत में यह जानकारी दी गई है। पिछले 48 घंटों में सीआईबी ने 6 चीनी नागरिकों को सोने की तस्करी मामले में पुख्ता सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया है। इन सभी को कस्टडी में लेने के लिए आज जब सभी आरोपितों को जिला अदालत काठमांडू में पेश किया गया तो सरकारी वकील ने कस्टडी में लेने के कारणों का खुलासा किया।
नेपाल पुलिस के प्रवक्ता कुबेर कडायत के अनुसार सोने की तस्करी मामले में गिरफ्तार सभी चीनी नागरिकों के पास से नेपाली नागरिकता का प्रमाण पत्र मिले हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से सभी आरोपित पिछले तीन से चार साल के बीच ही फ्री वीजा के आधार पर नेपाल में प्रवेश किये और यहां उन्होंने नेपाली नागरिकता भी हासिल कर ली।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सोने की तस्करी मामले के साथ साथ अब इन सभी पर फर्जी तरीके से नेपाली नागरिकता हासिल करने की जांच भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन सभी चीनी नागरिकों को नेपाली नागरिकता देने में मदद करने वाले सभी सरकारी कर्मचारियों और अन्य संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ जांच की जाएगी।
सोने की तस्करी मामले में बीती रात को दो आरोपितों में से एक यो पुंचेंग और ली वेंग के पास नेपाली नागरिकता प्रमाण पत्र प्राप्त हुए हैं। ये दोनों ही आरोपित तस्करी मामले में मुख्य योजनाकार बताए जा रहे हैं। इसी तरह बीते बुधवार को इसी मामले में गिरफ्तार चार चीनी नागरिकों के फ्लैट की जांच करने पर उन सबके नाम के प्रमाण पत्र बरामद किए गए थे। उन सभी के नागरिकता प्रमाण पत्र काठमांडू से सटे काभ्रे जिला प्रशासन कार्यालय से जारी किए जाने का उल्लेख है।
इस मामले में शुरू में ही गिरफ्तार किए गए चीनी नागरिक दावा छिरिंग से नेपाल के अलावा बेल्जियम का पासपोर्ट भी बरामद किया गया था। इसी तरह एक चीनी आरोपित थुप्तेन छिरिंग के पास से भारत के पासपोर्ट के साथ ही नेपाली नागरिकता प्रमाण पत्र बरामद किया गया था।