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आस-पास में 21 दिनों तक धारा 144 लागू
प्रमोद कुमार प्रृष्टि, पुरी
कोरोना लॉकडाउन के बीच इस साल परंपरा के अनुसार नरेंद्र पुष्करणी में महाप्रभु श्री जगन्नाथ की चंदनयात्रा आयोजित की जायेगी. इस साल भी चंदनयात्रा भक्तों के बिना ही आयोजित की जायेगी. इसके लिए आसपास में 21 दिनों तक धारा 144 लागू होगा. उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान मंदिर परिसर के अंदर चंदनयात्रा के अनुष्ठान किए गए थे, लेकिन इस साल इस यात्रा को निर्धारित स्थान पर आयोजित करने का फैसला लिया गया है. इसलिए आयोजन स्थल पर सार्वजनिक समारोहों को रोकने के लिए प्रशासन ने धारा 144 लगाने का फैसला किया है.
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार और पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने आयोजन स्थल का दौरा किया और तीन सप्ताह तक चलने वाले समारोह की व्यवस्थाओं की समीक्षा की.
इस दौरान जिलाधिकारी ने मीडिया से कहा कि मंदिर प्रशासन ने विस्तृत एसओपी जारी किया है और आयोजन के सुचारू संचालन के लिए उपाय किए जाएंगे. चंदनयात्रा की शुरुआत से 21 दिनों तक कर्फ्यू लागू रहेगा. वर्मा ने आगे बताया कि जो लोग मेगा अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए निर्धारित हैं, वे आरटी-पीसीआर जांच से गुजरेंगे. उन्होंने कहा कि निगेटिव रिपोर्ट आने पर लोगों को ड्यूटी करने की अनुमति दी जाएगी.
वर्मा ने कहा कि हमने 600 का लक्ष्य रखा गया है. इनमें से 60 सेवायतों का परीक्षण पहले ही कर लिया है और अन्य का बहुत जल्द परीक्षण किया जाएगा.
एसजेटीए प्रमुख कृष्ण कुमार ने कहा कि किसी भी श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों या स्थानीय निवासियों को यात्रा में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी. परंपरा को जीवित रखने के लिए घटना को प्रतीकात्मक तरीके से देखा जाएगा. यह कोविद नियमों के सख्त पालन के बीच आयोजित किया जाएगा. अनुष्ठानों को न्यूनतम सेवायत संख्या के साथ किया जाएगा. उन्होंने कहा कि लगभग 70 सेवायत इस धार्मिक आयोजन में भाग लेंगे.
इधर, सेवायतों ने पिछले साल के विपरीत पारंपरिक तालाब में चंदनयात्रा आयोजित करने के लिए खुशी व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि चंदनयात्रा की रस्में पिछले साल के विपरीत निर्धारित स्थान पर आयोजित की जाएंगी. पिछले साल कोरोना के कारण यह आयोजन मंदिर परिसर में किया गया था. रथ निर्माण की प्रक्रिया भी हमेशा की तरह निर्धारित स्थान पर शुरू होगी.
गौरतलब है कि पुरी में चंदनयात्रा के दौरान मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जाती है, लेकिन बीते साल से कोरोना के कारण भक्तों के विहीन इस चंदनयात्रा का आयोजन किया जा रहा है.