भुवनेश्वर. समाज में व्यक्ति को निर्भय होने की आवश्यकता है. विशेष रुप से स्वाभिमानी, स्वाबलंबी तथा आत्मनिर्भर बनने के लिए तो निर्भय होना अत्यंत जरुरी है. निर्भयता केवल वाणी में नहीं बल्कि मन व आचरण में भी आवश्यक है. केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने एक ओड़िया दैनिक समाचार पत्र के सातवें वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में संबोधित करते हुए यह बात कही. प्रधान वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के जरिये इस कार्यक्रम में जुड़े थे.
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आलोचना सबसे जरुरी है. आलोचना के बिना लोकतंत्र सही मायनों में लोकतंत्र नहीं है. प्रधान ने पुरी के श्रीमंदिर के विकास के लिए सामूहिक प्रयास, महात्मा गांधी के विचारों की आज की तारिख में प्राथमिकता आदि विषयों पर अपना विचार रखा. उन्होंने कहा कि श्रीमंदिर के विकास के लिए सभी को सहयोग देने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि ओडिशा अपार संभावनाओं का राज्य है. ओडिशा को आत्मनिर्भर बनने के लिए यहां के युवाओं को उद्यमी होने की आवश्यकता है.
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