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भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए प्रशिक्षुओं को और बेहतर तरीके से तैयार करने का आह्वान
नई दिल्ली, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) प्रशिक्षण केन्द्र, विद्यालय व सहायक प्रशिक्षण केन्द्र मेरू कैम्प हजारीबाग (बिहार) का सोमवार को बीएसएफ के महानिदेशक राकेश अस्थाना ने दौरा किया। मेरू कैम्प में महानिदेशक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। केंद्र के महानिरीक्षक रवि गांधी ने महानिदेशक को विद्यालय की ओर से संचालित प्रशिक्षण गतिविधियों, संबंधित प्रोफेशनल मुद्दों व संसाधनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। महानिदेशक ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि भविष्य में आने वाली चुनौतियों के लिए प्रशिक्षुओं को और बेहतर तरीके से तैयार करें जिससे भविष्य में वह सीमाओं की रक्षा अभेद्य ढंग से कर सकें।
बैटल ऑब्स्टिकल असोल्ट कोर्स
बीएसएफ के प्रवक्ता कृष्णा राव ने बताया कि बैटल ऑब्स्टिकल असोल्ट कोर्स (बीओएसी) में 26 अलग-अलग प्रकार के प्रशिक्षण होते हैं जिनको प्रशिक्षु कमांडो कोर्स के दौरान कठिन परिश्रम से पूरा करते हैं। इस प्रकार वह दुर्गम परिस्थितियों में अपने ड्यूटी व कर्तव्यों का बेझिझक व निर्भीक रहकर निर्वाह करते हैं। महानिदेशक ने बीओएसी की समीक्षा भी की। इसके बाद उन्होंने आर्टिफिशियल वॉल क्लाइंबिंग का प्रदर्शन देखा जिसमें फ्री, फिक्स, नॉट, झुमर क्लाइंबिंग के अलावा सीट, फ्री रेपलिंग व टीम स्लिीदिरींग आदि शामिल था। महानिदेशक ने केन्द्रीय विद्यालय, बाल यातायात नियम जागरुकता पार्क, परिवार कल्याण केन्द्र व मैरू कैम्प क्षेत्र का भी दौरा किया। उसके बाद उन्होंने सामरिक प्रशिक्षण, बटालियन सपोर्ट वेपन समूह की विभिन्न प्रशिक्षण गतिविधयों और उपलब्ध प्रशिक्षण संसाधनों का निरीक्षण किया।
हजारीबाग एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रीमियर प्रशिक्षण संस्थान
प्रवक्ता कृष्णा राव के अनुसार बीएसएफ का हजारीबाग अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रीमियर प्रशिक्षण संस्थान है। यहां काउन्टर इन्सरजेन्सी/काउन्टर टेरेरिज्म, फील्ड इंजीनियरिंग/एक्सप्लोसिव आदि के क्षेत्र में न केवल सीमा सुरक्षा बल के कार्मिकों को बल्कि अन्य केन्द्रीय बलों और राज्य पुलिस के कार्मियों को भी प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अतिरिक्त विदेशी पुलिस अधिकारियों को भी यहां विशेष प्रशिक्षण दिए जाने की सुविधा है।
साभार-हिस