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जगह जगह प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पुलिस ने बाधित नहीं होने दिया आवागमन व्यवस्था
भुवनेश्वर. केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानून को रद्द करने की मांग में राष्ट्रीय किसान संगठन के आह्वान पर ओड़िशा नव निर्माण किसान संगठन के साथ विभिन्न संगठनों की तरफ से किया गया चक्का जाम आन्दोलन बेअसर साबित हुआ है। अपने तय निर्धारित समय दोपहर 12 बजे से जैसे ही प्रदर्शनकारी किसान एवं विभिन्न संगठन के सदस्य राजमार्ग को अवरोध किया, कुछ ही क्षण में वहां तैनात पुलिस बल के जवानों ने उन्हें हिरासत में लेते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरोधमुक्त कर दिया है। हालांकि कुछ समय के लिए ही प्रदर्शनकारियों द्वारा राजमार्ग जाम किए जाने से लोगों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा है।
जानकारी के मुताबिक पूर्व निर्धारित समय दोपहर 12 बजे हंसपाल चौक पर राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 16 को किसान संगठनों ने जाम कर दिया। इसके अलावा सतसंग विहार चौक एवं मास्टर कैंटीन चौक को पुरी तरह से जाम कर आवागमन को ठप कर दिया। हालांकि रास्ता अवरोध कर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठन के नेता एवं कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर आवागन सेवा बहाल कर दी। किसान संगठन के नेताओं ने कहा कि यह आन्दोलन पूरे देश के किसानों का आन्दोलन है। यह आन्दोलन किसी एक प्रदेश या एक किसान संगठन का नहीं है।
प्रदर्शन कर रहे नव निर्माण किसान संगठन के सदस्यों ने स्पष्ट किया है कि केन्द्र सरकार अपने मन से यह बात निकाल दे कि यह आन्दोलन किसी एक प्रदेश या एक किसान संगठन का है। पूरे देश में किसान आज सड़क पर उतरे हैं। ऐसे में सरकार को तुरन्त किसान विरोधी कानून को वापस लेना चाहिए और मिनिमम सपोर्ट मूल्य लागू करना चाहिए। किसान नेताओं ने कहा कि यह देश किसानों का है। प्रधानमंत्री यह समझ लें कि ओड़िशा के किसान भी इस आन्दोलन में शामिल है।