नई दिल्ली। 6 फरवरी शनिवार को श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ (दिल्ली) के तत्वाधान में श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण कार्यक्रम आयोजित किया गया। उत्तर भारत के प्रसिद्ध संत स्वामी वीर सिंह अधिकारी उपाख्य हितकारी महाराज शनिवार को दिल्ली के मोतीबाग स्थित मोची गांव में आयोजित निधि समर्पण अभियान के एक कार्यक्रम में शामिल हुए। हितकारी महाराज मोची गाँव नानकपुरा दिल्ली में निधि संग्रह के लिए समाज में गए. संत हितकारी महाराज ने वहां उपस्थित सभी समाज के लोगों से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए सहयोग करने की अपील की। उन्होंने 509 वर्ष पुराने गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर तुगलकाबाद के पुनर्निर्माण का मार्ग सुलभ करने पर विहिप का आभार प्रकट करते हुए कहा कि मार्च में सद्गुरु स्वामी निरंजनदास महाराज के दिल्ली आगमन पर उनके द्वारा पांच ईंटें रखवाकर वहां मंदिर का पुनर्निर्माण शुरू होगा जिसमें समाज के सभी लोग सहयोग करेंगे.
श्रीगुरु रविदास मंदिर, नानकपुरा, मोचीबाग गांव में संपन्न निधि समर्पण कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप माननीय श्री आलोक कुमार, कार्याध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद उपस्थित रहे। इस अवसर पर श्री आलोक कुमार ने कहा कि निधि समर्पण कार्यक्रम में समरसता का ऐसा अद्भुत दर्शन हो रहा है, जो साक्षात भगवान मर्यादापुरुषोत्तम राम जी के जीवन दर्शन का साक्षात्कार करने जैसा है। सन्त स्वयं लोगों के द्वार जाकर मंदिर निर्माण के लिए निधि संग्रहित कर रहे हैं। ऐसा आदर्श स्वयं भगवान राम जी ने अपने जीवन में प्रस्तुत किया था। अर्थात हम सभी सन्तों के दर्शन के साथ मंदिर निर्माण के लिए अपना भाग देने का शुभ अवसर एक साथ मिल रहा है। इस अवसर पर श्री आलोक कुमार जी ने कहा कि अयोध्या में बनने जा रहे भगवान श्री राम के भव्य मंदिर में प्रभु श्री राम के जीवन की कथनी और करनी दोनों का पूरा विश्व जगत साक्षात्कार करेगा।
इस अभियान में साधु-संतों के साथ ही समाज के सभी मत, पंथ एवं संप्रदाय के लोगों का भी अपेक्षा से ज्यादा सहयोग मिल रहा है। निधि समर्पण अभियान में कबीरपंथी समाज के लोग भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। कबीरपंथी समाज के प्रमुख लोग दिल्ली में रहने वाले अपने समाज के लोगों से शनिवार से राम मंदिर के लिए धन संग्रह करेंगे। रविवार से करीब 50 हजार कबीरपंथी परिवार दिल्ली में निधि समर्पण अभियान में जुटेंगे।
इस अवसर पर विहिप दिल्ली के प्रान्त अध्यक्ष श्री कपिल खन्ना जी ने भी महाराज जी का स्वागत किया।