मालकानगिरि. भले ही ओडिशा पुलिस मालकानगिरि के चित्रकोंडा ब्लॉक में स्वाभिमान आंचल में माओवादी विद्रोह को दबाने में बड़ी सफलता का दावा कर रही है, लेकिन आज की घटना ने इसको झटका दे दिया है. इस क्षेत्र में नक्सलियों के भय के कारण 85 परिवारों के पलायन की खबर सामने आ रही है.
खबरों के अनुसार, 85 परिवार के सदस्यों ने राजुलकोंडा में शरण ली है. ये सभी पनासपूत, जोडम्बा, अंधरापाली और नाकाममुड़ी समेत कुछ अन्य ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आने वाले गांवों के 85 से कम परिवारों ने माओवादियों की डर से अपनी जान को बचाने के लिए अपनी पैतृक संपत्ति छोड़कर निकल पड़े हैं. हालांकि इस मामले में खबर लिखे जाने प्रशासनिक प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी थी.
विस्थापित स्थानीय लोगों ने इस संबंध में तत्काल सरकारी हस्तक्षेप की मांग की है. एक स्थानीय व्यक्ति ने मीडिया से कहा कि हम अपने ही गाँव में रहने से डरते हैं और नक्सलियों के हमले के डर से सारी रात जागते थे, लेकिन आखिरकार हमने गाँव छोड़ने का फैसला किया, क्योंकि हम इस डर को और नहीं सह सकते थे. उन्होंने कहा कि हम यहां रोजाना की तरह काम करने के लिए तैयार हैं, लेकिन हम अपने घर वापस नहीं जा सकते.
उनके एक साथी ग्रामीण ने कहा कि हमारे पास अपनी जमीन नहीं है. हम सरकार से किसी भी तरह से हमारी मदद करने का आग्रह करते हैं.