नई दिल्ली। भारत में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या घटकर आज 1,92,308 हो गई है। अब तक संक्रमित पाए गए कुल मामलों की तुलना में फिलहाल संक्रमित मरीजों की संख्या घटकर 1.81 प्रतिशत हो गई है।
प्रतिदिन संक्रमण से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या बढ़ने और संक्रमण के नए मामले घटने से संक्रमित मरीजों की संख्या में काफी कमी हो रही है। पिछले 24 घंटे में फिलहाल कुल संक्रमित मरीजों की संख्या में 4,893 मामले कम हुए हैं।
संक्रमित मरीजों की संख्या में निरंतर गिरावट के राष्ट्रीय रुख के अनुसार, 17 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में प्रति मिलियन जनसंख्या के अनुसार राष्ट्रीय औसत से कम मामले पाए गए हैं। भारत में प्रति मिलियन जनसंख्या पर कोरोना के 7,689 मामले पाए गए हैं।
देश के पांच राज्यों – केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में कुल 73 प्रतिशत संक्रमण के नए मामले पाए गए हैं।
21 जनवरी, 2021 को सुबह 7 बजे तक कुल 8,06,484 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया है। पिछले 24 घंटे में 2,398 सत्रों में 1,31,649 लोगों का टीकाकरण किया गया। अब तक 14,118 सत्र आयोजित किए गए हैं।
पिछले 24 घंटे में कोरोना के 19,965 मरीजों को ठीक किया गया।
अब तक कोरोना के कुल 1,02,65,706 मरीजों को ठीक किया गया, जो संक्रमण से मुक्त होने की दर 96.75 प्रतिशत दर्शाता है।
10 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में कोरोना के संक्रमण से ठीक होने वाले नए मरीजों की संख्या 87.06 प्रतिशत पाई गई है।
केरल में एक दिन में अधिकतम 7,364 मरीजों को ठीक किया गया। इसके बाद महाराष्ट्र में 4,589 नए मरीज स्वस्थ हुए हैं।
8 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में कोरोना के 83.84 प्रतिशत नए मामले पाए गए हैं।
पिछले 24 घंटे में केरल में अधिकतम 6,815 दैनिक नए मामले पाए गए। महाराष्ट्र में 3,015 नए मामले पाए गए, जबकि छत्तीसगढ़ में कल 594 नए मामले दर्ज किए गए।
पिछले 24 घंटों में कोरोना से हुई 151 मौतों के 83.44 प्रतिशत मामले आठ राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में पाए गए।
महाराष्ट्र में कोरोना से 59 मौत हुई। केरल और छत्तीसगढ़ में मृत्यु के क्रमश: 18 और 10 नए मामले सामने आए।
19 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में प्रति मिलियन जनसंख्या के अनुसार राष्ट्रीय औसत की तुलना में मृत्यु के कम मामले सामने आए। भारत में प्रति मिलियन मौतों की संख्या 111 है, जबकि मृत्यु दर 1.44 प्रतिशत है।
दूसरी ओर, 17 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में प्रति मिलियन जनसंख्या के अनुसार राष्ट्रीय औसत की तुलना में मृत्यु के अधिक मामले सामने आए हैं।