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नेताजी ओडिशा के नहीं हैं, यह प्रमाणित करने का प्रयास कर रही है केंद्र सरकार- कांग्रेस

  • कमेटी में ओडिशा के केवल तीन लोगों को शामिल करने पर साधा निशाना

भुवनेश्वर. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा घोषित 85 सदस्यीय राष्ट्रीय कमेटी प्रदेश कांग्रेस ने निशाना साधा है. पार्टी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए राजनीतिक उद्देश्य को लेकर इस कमेटी का गठन किया गया है. साथ ही कांग्रेस ने कहा है कि इससे नेताजी ओडिशा के नहीं हैं, यह प्रमाणित करने पर भी भाजपा व केंद्र सरकार प्रयास कर रही है. कांग्रेस के प्रवक्ता निशीकांत मिश्र ने यहां एक सम्मेलन में यह आरोप लगाया.

उन्होंने कहा कि कमेटी में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक समेत राज्य के केवल 3 सदस्य हैं. कमेटी में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, कटक से सांसद भर्तृहरि महताब को स्वाभाविक रूप से स्थान दिया गया है. नेताजी का जन्म कटक में हुआ था. साथ ही कमेटी समन्वयक की भूमिका निभाने के लिए प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पीके मिश्र को भी कमेटी में लिया गया है. उन्होंने कहा कि क्या केंद्र सरकार को लगता है कि ओडिशा से इस कमेटी में शामिल होने के लिए कोई योग्य व्यक्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि मणिपुर के राज्यपाल को इस कमेटी में लिया गया है. उन्होंने पूछा कि ओडिशा के राज्यपाल को भी कमेटी में नहीं लिया जा सकता था. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को कमेटी में शामिल किया गया है. ओडिशा में दो पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद विश्वाल व गिरधर गमांग अभी सक्रिय हैं. ऐसे में उन्हें इस कमेटी में क्यों शामिल नहीं किया गया है, इसका जवाब केंद्र सरकार को देना चाहिए.

 

उन्होंने कहा कि कमेटी में नरेंद्र मोदी के अलावा 10 केंद्रीय मंत्रियों को शामिल किया गया है, इसमें पश्चिम बंगाल की कोटे से केंद्रीय केंद्रीय जंगल पर्यावरण मंत्री बाबुल सुप्रियो महिला व शिशु विकास राज्यमंत्री डी चौधुरी को शामिल किया गया है. उन्होंने सवाल किया कि ओडिशा से दो केंद्रीय मंत्रियों को इस कमेटी में क्यों नहीं शामिल किया गया. उन्होंने कहा कि कमेटी में 16 सांसदों को शामिल किया गया है. महताब के अलावा अन्य किसी सांसद को क्यों नहीं लिया गया.

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