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सरकार की मदद के बावजूद घी और लकड़ी का संकट
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कोरोना संक्रमित के शव के अपना से इलाके में रोष, जांच के आदेश
राजेश बिभार, संबलपुर
कोरोना संक्रमित के शव को टायर की मदद जलाने वाली घटना ने ओडिशा के संबलपुर जिले में मानवता को शर्मसार कर दिया है. हालांकि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के लिए एक आर्थिक पैकेज भी दे रही है, लेकिन कोरोना संक्रमित की शव पर भ्रष्टाचार का इस कदर साया पड़ा कि अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी संभालने वाले शुद्ध घी की जगह शव को जलाने के लिए साइकिल के टायर का प्रयोग कर रहे हैं. घटना कमलीबाजार स्थित राजघाट की है, जहां एक कोरोना संक्रमित के शव के साथ इस प्रकार अमर्यादित व्यवहार किया जा रहा है. कोरोना संक्रमित के शव को जलाने के लिए साइकिल के टायर का सहारा लिये जाने की घटना सोशल मीडिया में उजागर होने के बाद नगर निगम के आला अधिकारी सकते में आ गए हैं. नगर निगम आयुक्त अनिरूद्ध प्रधान ने राजघाट प्रबंधन की यह कारगुजारी के इस मामले की जांच का आदेश दिया है. मिली जानकारी के अनुसार, राजघाट पर फिलहाल शव जलाने के पर्याप्त मात्रा में लकड़ी उपलब्ध नहीं है. वहां पर तैनात कर्मचारी इस तरह की ओछी हरकत करने पर उतारू हो गए हैं कि शव को पारंपरिक संस्कार के तहत न जलाकर साइकिल के टायर का सहारा ले रहे हैं. शहर के सचेतन लोगों ने इस घटना की तीव्र निंदा करते हुए आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ ठोस से ठोस कार्रवाई की मांग की है. लोगों ने सवाल उठाया है कि राज्य सरकार की ओर से अंतिम संस्कार के लिए मिलने वाली राशि कहां जा रही है कि शव को न तो शुद्ध घी और पर्याप्त लकड़ी से जलाया जा रहा है. लोगों ने इस पूरी घटना की जांच कराने की मांग की है.