संबलपुर. आईआईएम संबलपुर, ओडिशा के स्थायी परिसर के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जैसे काम के तरीके बदल रहे हैं, वैसे ही प्रबंधन स्किल की मांग भी बदल रही हैं. अब टॉप डाउन या टॉप हैवी मैनेजमेंट के बजाय कोलाबोरेटिव, इनोवेटिव और ट्रांस्फर्मेटिव मैनेजमेंट का समय है. ये सहकार्यता अपने साथियों के साथ ज़रूरी है. इसलिए, आज जितना मानव संशासन ज़रूरी है, उतना ही तकनीकी प्रबंधन भी आवश्यक है. उन्होंने कहा कि मैं तो आपसे भी और देशभर के आईआईएम से और बिजनेस मैनेजमेंट से जुड़े दूसरे स्कूलों से एक आग्रह करुंगा कि कोरोना संक्रमण के इस पूरे दौर में टेक्नॉलॉजी और टीम वर्क की भावना से देश ने कैसे काम किया, किस प्रकार से 130 करोड़ देशवासियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए, जिम्मेडवारियाँ उठाई गईं, कोलाबोरेशन किया गया, जन भागीदारी का अभियान चलाया गया. इन सारे विषयों पर रिसर्च होना चाहिए, दस्तावेज तैयार होने चाहिए. 130 करोड़ के देश ने कैसे समय-समय पर इनोवेट किया. कैपासिटी और कैपेबिलिटी को कैसे भारत ने बहुत कम समय में ही एक्सपेंड किया. इसमें मैनेजमेंट का बहुत बड़ा सबक है. कोविद के दौरान देश ने पीपीई किट का, मास्क का, वेंटिलेटर का पर्मानेंट सॉल्यूशन निकाल लिया है.
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