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कहा- समाज के समर्पण से ही अयोध्या में बनेगा भव्य मंदिर
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मकर संक्रांति से माघ पूर्णिमा तक चलेगा अभियान
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विश्व इतिहास का सबसे बड़ा होगा संपर्क अभियान
भुवनेश्वर. 490 सालों के संघर्ष व लाखों लोगों के बलिदान के बाद अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर सरकारी सहायता से नहीं, बल्कि समाज के समर्पण से निर्माण होगा. पूरे देश में 5 लाख 23 हजार गांवों में संपर्क किया जाएगा. इसमें ओडिशा में 41 हजार गांव में इस समर्पण निधि के लिए संपर्क अभियान चलेगा. इसे लेकर पूरे देश 10 लाख टोलियां व 40 लाख कार्यकर्ता लगेंगे. विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डा सुरेन्द्र जैन ने एक पत्रकार सम्मेलन में यें बातें कहीं. उन्होंने कहा कि ये टोलियां देश के पांच लाख 23 हजार गांवों के 13 करोड़ परिवारों के 95 करोड़ हिन्दुओं से संपर्क करेंगे. यह अभियान विश्व इतिहास का सबसे बड़ा संपर्क अभियान होगा. इससे पहले विहिप ने 1989 में साढ़े 3 लाख गांव में संपर्क किया था. यह रिकार्ड इस बार टूट जाएगा. उन्होंने कहा कि यह निधि समर्पण अभियान मकर संक्रांति, 15 जनवरी से माघ पूर्णिमा 27 फरवरी तक चलेगा. ओडिशा के 53 हजार गांवों में से 41 हजार गांव में संपर्क किया जाएगा. अधिक से अधिक लोगों का इस मंदिर निर्माण में समर्पण रहे, इसे ध्यान में रखकर 10 रुपये, 100 रुपये व एक हजार रुपये के कूपन रहेंगे. इससे अधिक की राशि भी लोग समर्पण निधि में दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि गांव का किसान, श्रमिक या फिर विद्यार्थी कोई भी इस राष्ट्रीय यज्ञ में आहुति देने से बंचित न रहे, इसे ध्यान में रखकर कार्य किया जाएगा. इसे ध्यान में रखकर 10 रुपये के कूपन की भी व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि इसके परिणाम स्वरूप पूरे देश में हिन्दुत्व का ज्वार आयेगा तथा आगामी सहस्राब्दी राम की सहस्राब्दी बनेगी. उन्होंने कहा कि राम मंदिर से रामराज्य की यात्रा शुरू होगी. उन्होंने कहा कि 2024 में भव्य राम मंदिर के निर्माण पूरा हो जाएगा. इसे ध्यान में रखकर ओडिशा में भी संतों की एक मार्गदर्शक मंडली बनायी गयी है, जिसमें सभी संप्रदायों के संतों को शामिल किया गया है. उनके निर्देशन में यह कार्य किया जाएगा. इस पत्रकार सम्मेलन में स्वागत समिति के अध्यक्ष प्रो प्रफुल्ल मिश्र, महामंत्री गोपाल प्रसाद महापात्र, मनसुख लाल सेठिया व अन्य लोग उपस्थित थे.