Home / National / श्री धर्मेन्‍द्र प्रधान ने एमएनजीएल के 100वें सीएनजी स्‍टेशन का उद्घाटन किया और राष्‍ट्र को समर्पित किया

श्री धर्मेन्‍द्र प्रधान ने एमएनजीएल के 100वें सीएनजी स्‍टेशन का उद्घाटन किया और राष्‍ट्र को समर्पित किया

  • हमारा ऊर्जा परिवर्तन रोडमैप आत्‍मनिर्भरता को गति देगा और बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करेगा : श्री धर्मेन्‍द्र प्रधान

नई दिल्ली. केन्‍द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा इस्‍पात मंत्री श्री धर्मेन्‍द्र प्रधान ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्‍यम से एमएनजीएल के पांच स्‍टेशनों का उद्घाटन किया और उन्‍हें राष्ट्र को समर्पित किया। इसके साथ ही कंपनी के सीएनजी स्‍टेशन की संख्‍या 100 हो गई है। श्री प्रधान ने पथरड़ी, नासिक, महाराष्‍ट्र में एलएनजी/सीएनजी स्‍टेशन का निर्माण कार्य, नासिक में बसों को सीएनजी की सप्‍लाई और पुणे में फिर से ईंधन भरने की मोबाइल यूनिट (एमआरयू) के माध्‍यम से सीएनजी वितरण कार्य का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर श्री प्रधान ने कहा कि भारत अधिक सतत ऊर्जा उपयोग के लिए 2030 तक प्राथमिक ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस के 15 प्रतिशत हिस्‍से का लक्ष्‍य प्राप्‍त करने के लिए संकल्‍पबद्ध है। इससे पर्यावरण प्रदूषण में कमी आएगी और सीओपीई-21 जलवायु परिवर्तन की प्रतिबद्धताएं पूरी होंगी। उन्‍होंने कहा कि प्राकृतिक गैस के अधिक इस्‍तेमाल से जीवाश्‍म ईंधन पर निर्भरता घटेगी और परिणामस्‍वरूप आयात बिल कम होगा तथा आयात निर्भरता कम होगी। उन्‍होंने कहा कि ऊर्जा परिवर्तन का हमारा रोडमैप आत्‍मनिर्भरता को गति देगा और बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करेगा।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री ने कहा कि आज के उद्घाटन के साथ एमएनजीएल के सीएनजी स्‍टेशनों का नेटवर्क 100 हो गया है। पांच स्‍टेशनों के आज जोड़े जाने के साथ हम 2500 स्‍टेशनों की संख्‍या पर पहुंच जाएंगे, लेकिन आने वाले 7-8 वर्षों में हमें 10 हजार सीएनजी स्‍टेशन बनाने के काम को आगे बढ़ाना होगा। उन्‍होंने कहा कि मुझे बताया गया है कि बसों को सीएनजी से चलाने के लिए महाराष्‍ट्र नेरेट्रोफिटिंग का आदेश दिया है और केरल भी एसआरटीसी की बसों को सीएनजी में बदलने के लिए अंतिम जांच कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि एमएनजीएल ने देश में पहली बार फिर से ईंधन भरने की मोबाइल यूनिट (एमआरयू) लगाकर महत्‍वपूर्ण कार्य किया है।

श्री प्रधान ने कहा कि सीजीडी क्षेत्र प्राकृतिक गैस खपत के लिए बड़ा उद्योग के रूप में उभरा है। उन्‍होंने कहा कि मांग बढ़ेगी, क्‍योंकि अधिक जीए संचालित होंगे और घरेलू परिवहन, वाणिज्यिक तथा सीजीडी नेटवर्क के औद्योगिक क्षेत्र में खपत बढ़ेगी।

श्री प्रधान ने कहा कि स्‍वर्णिम चतुर्भुज तथा एलएनजी आधारित मौजूदा स्‍टेशनों के साथ सभी प्रमुख राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर भारत के पहले 50 एलएनजी ईंधन स्‍टेशनों आधारशिला हाल में रखी गई है। उन्‍होंने बताया कि भारत में अगले तीन वर्षों में 1000 एलएनजी स्‍टेशनों की स्‍थापना के लिए भारत सरकार की 10,000 करोड़ रुपये निवेश की योजना है।

उन्‍होंने कहा कि सीएनजी/एलएनजी इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को प्रोत्‍साहित करने से ओईएम, सीजीडी उपकरण, मैन्‍युफैक्‍चर, परिवहन क्षेत्र में निवेश आएगा और आत्‍मनिर्भर भारत की दिशा में रोजगार सृजन होगा।

इस अवसर पर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव श्री तरुण कपूर ने कहा कि सरकार सीएनजी/एलएनजी स्‍टेशनों की स्‍थापना के लिए पूरा समर्थन दे रही है। उन्‍होंने कंपनियों से संयंत्रों के काम में तेजी लाने और 2-3 सीबीजी संयंत्रों को गैस नेटवर्क से शीघ्र जोड़ने का काम सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

Share this news

About desk

Check Also

IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

मंदिरों का सरकारीकरण नहीं, सामाजीकरण हो: डॉ. सुरेंद्र जैन

नई दिल्ली।तिरुपति मंदिर में प्रसादम् को गम्भीर रूप से अपवित्र करने से आहत विश्व हिंदू …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *