नई दिल्ली. केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास, पंचायती राज और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि कीवी जैसे विदेशी फल का उत्पादन करने की दिशा में नागालैंड एवं अन्य उत्तर-पूर्वी राज्य अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। कीवी उत्पादन से यहां के किसानों की आय बढ़ने के साथ ही बागवानी के क्षेत्र में विस्तार हुआ है और राज्य की अर्थ व्यवस्था को भी बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार एवं कृषि मंत्रालय को नागालैंड को ‘कीवी स्टेट’ का दर्जा मिले इस दिशा में कार्य करना चाहिए। केंद्रीय मंत्री श्री तोमर बुधवार को केंद्रीय बागवानी संस्थान, नागालैंड द्वारा आयोजित कीवी के लिए वेल्यू चैन निर्माण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने कहा कि यह अवसर सभी को प्रसन्न करने वाला है, जब उत्तर-पूर्वी राज्य नागालैंड के किसानों ने कीवी फल के उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभाई है। इससे नागालैंड के कृषि क्षेत्र में नया आयाम जुड़ा है इसका लाभ वहां के किसानों को जरूर मिलेगा।
श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के लिए कृषि शुरू से ही प्राथमिकता का विषय रहा है। किसानों की आय बढ़े, उपज उत्पादन में वृद्धि, फसलों का विविधिकरण, खाद्य प्रसंस्करण और किसान महंगी फसलों की खेती की ओर अग्रसर हो इस दिशा में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विगत साढ़े 6 वर्षों से सतत कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कृषि अवसरंचना कोष, कृषक उत्पादक संगठन जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाएं प्रारंभ की है। श्री तोमर ने कहा कि आत्म निर्भर भारत अभियान के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में 10 हज़ार करोड़ रूपये की धनराशी का प्रावधान किया है। अब आवश्यकता इस बात है कि केंद्र, राज्य व संबंधित संस्थाएं मिलकर इन सारी योजनाओं का लाभ किसान तक पहुंचाने के लिए कार्य करे।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के मूल में भी कृषि एवं ग्रामीण अर्थ व्यवस्था है। वोकल फार लोकल सिर्फ नारा नहीं है, यह भारतीय उत्पादों के उन्नयन का अभियान है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सरकार ने किसानों की दशा व दिशा बदलने के लिए सारे प्रबंध किए हैं, अब इसका लाभ नीचे तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है।
केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि उत्तर-पूर्व के राज्य कुछ कारणों से पिछड़ते रहे है। उत्तर-पूर्व के राज्यों को लेकर कृषि, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। वहां की विशेष जलवायु एवं उत्पादकता का लाभ लेकर वहां विशेष प्रजाति की उपज की पैदावार को बढ़ाया जा सकता है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने कीवी फल के लिए नागालैंड में अलग से कृषक उत्पादक संगठन बनाने पर भी बल दिया।
इस अवसर पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला ने कहा कि आज नागालैंड के किसान देश के बड़े शहरों के व्यापारियों के साथ कीवी की मार्केटिंग कर रहे हैं, यह एक सुखद संकेत है। उन्होंने कहा कि विदेशी फल हमारे यहां उत्पादित हों और उनका आयात कम हो यह भी आत्मनिर्भर भारत अभियान की ही दिशा में एक कदम है।
इस अवसर पर खाद्य एवं सार्वजानिक वितरण मंत्रालय के सचिव श्री सुधांशु पाण्डेय, अपर सचिव-कृषि डा. अभिलक्ष लिखी एवं आयुक्त-बागवानी श्री बी.एन.एस मूर्ति ने कीवी फल उत्पादन एवं प्रसंस्करण के क्षेत्र में हो रहे कार्य की जानकारी दी। कार्यक्रम में नागालैंड के किसानों एवं विपणन से जुड़े विशेषज्ञों ने अपने अनुभव भी साझा किए।
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