
नवरंगपुर. ओडिशा के नवरंगपुर जिले के उमरकोट शहर के गुलीपाटना साही में अपने पालतू तोते की मौत के बाद पालक परिवार ने उसका हिन्दू रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया है. तोते की मौत से परिवार में शोक की लहर दौड़ गयी है. बड़े तो बड़े बच्चे भी शोक में हैं. तोता बीते 30 साल से परिवार के साथ ही रहता था. जानकारी के अनुसार, दिल को छूने वाली यह घटना यहां के एक भूतपूर्व सैनिक लोचन स्वाइं के घर हुई है. जानकारी के अनुसार, इस पक्षी को परिवार प्यार से रूबी के नाम से बुलाते थे. रुबी पिछले 30 वर्षों से परिवार का एक हिस्सा रही. इस बीच पालतू तोते रूबी की कल अचानक मौत हो गयी है. परिवार का पूरा सदस्य गहरे शोक में है, क्यों कि वह परिवार के बच्चों के साथ खेलती और भोजन करती थी. मरने के बाद उसके शव को दफन करने की जगह इस परिवार ने इसका अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया और हिंदू परंपरा और रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया. पक्षी के नश्वर अवशेषों को घर परिसर में पंच तत्व के हवाले किया गया. मीडिया को परिवार के सदस्यों ने बताया कि रूबी के दसवें दिन और 12वां की रस्मों को भी हिंदू परंपरा और रिवाज के अनुसार किया जायेगा.
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