रांची. पर्व-त्योहार के अवसर पर झारखंड के लिए विभिन्न राज्यों से विभिन्न रूटों पर ट्रेन चलाने की मांग की गयी है. यह मांग प्रेम कटारूका, मानद सचिव, झारखण्ड पैसेंजर्स एसोसिएशन एवं सदस्य क्षेत्रीय रेलवे उपयोगकर्ताओं परामर्शदात्री समिति, द.पूर्व.रेलवे, कोलकाता ने की है. इसके लिए उन्होंने एक ज्ञापन नीरज अम्बषठ, मंडल रेल प्रबंधक, द.पूर्व.रेलवे, राँची रेल मंडल, हटिया, राँची को सौंपा है तथा इस प्रतिलिपि प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, रेलवे बोर्ड, रेल मंत्रालय, द.पूर्व.रेलवे,कोलकाता, पूर्व-मध्य रेलवे,हाजीपुर, पूर्व रेलवे,कोलकाता को भी भेजी गयी है. उन्होंने कहा कि झारखण्ड की राजधानी राँची और आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल, ओडिशा आदि राज्यों के नागरिकों के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों के ऐसे हजारों परिवार निवास करते हैं, जो झारखण्ड अलग राज्य निर्माण के पूर्व से सरकारी नौकरियों, स्कूल-काँलेज में शिक्षक, प्रोफेसर और व्यापार आदि में कार्यरत थे और धीरे-धीरे झारखण्ड में ही बस गए हैं, लेकिन वैसे लोगों के परिवार के अधिकतर लोग उन प्रदेशों में ही रह रहे हैं, जिनके सानिध्य में पर्व-त्योहार, शादी-विवाह जैसे कार्यक्रम सामूहिक रूप से मनाने की परम्परा हम भारतीयों की संस्कृति और परवरिश में आज भी जीवंत है. इसलिए उन्होंने आग्रह किया है कि दुर्गापूजा-दशहरा, दीपावली, छठ पूजा आदि के अवसर पर राँची-पटना-राँची, राँची-जयनगर-राँची, हटिया-गोरखपुर-हटिया, राँची-पुरी-राँची, राँची-भागलपुर-राँची, हटिया-लोकमान्य तिलक-हटिया, राँची-दुमका-राँची, राँची-सिंगरौली-राँची-वाया- लोहरदगा, टोरी, डालटेनगंज, रेणुकोट, सलईबनवा आदि रूटों पर दिनांक 23.10.2020 से 1.12.2020 तक यात्री गाड़ियों के चार-चार फेरे सुनिश्चित करें.
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