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एनडीआरएफ की तीन टीमें तैनात
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जिलाधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने के निर्देश
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कई जगहों पर 220 मिमी से अधिक बारिश
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350 घर बाढ़ से हुए जलमग्न
अमरावती. बंगाल की खाड़ी में डीप डिप्रेशन के कारण आंध्र प्रदेश में भारी वर्षा हुई है. बारिश से जुड़ी घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई.
मुनगाड़ा मंडल के गणपतिनगर में दो व्यक्तियों की मृत्यु हो गई. यहां एक दीवार गिर गयी थी. एक अन्य व्यक्ति विशाखापट्टनम जिले में चेडिकड़ा मंडल में वराह नदी में डूब गया.
राजमुंदरै के बोम्मरु गांव में एक दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. विजयवाड़ा शहर में विद्याधरपुरम चार स्तंभ केंद्र के पास भूस्खलन में एक व्यक्ति की मौत हो गई. भूस्खलन से एक पहाड़ी पर स्थित एक घर भी क्षतिग्रस्त हो गया.
सोमवार को पूर्वी गोदावरी में चार और पश्चिम गोदावरी जिलों में एक मंडल में 200 मिमी से अधिक बारिश हुई.
पूर्वी गोदावरी के तलारेवु में इंजरम गांव में 243 मिमी वर्षा दर्ज की गई है. इसके बाद रायलाराम मंडल में चेल्लुरु गाँव (228 मिमी), कोथुरु में नगर उच्च विद्यालय (207 मिमी) रामचंद्रम और मुम्मिदिवरम (205.5 मिमी) में दर्ज की गई.
पश्चिम गोदावरी में भीमावरम के पास अकीवेदु में 203 मिमी वर्षा हुई. 129 मंडलों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी के बीच भारी वर्षा हुई है.
इस बीच राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की तीन टीमों को विशाखापट्टनम में तैयार रखा गया है.
विशाखापट्टनम जिले में बारिश से 40 गांवों के प्रभावित होने की खबर है तथा 350 घर बाढ़ में बुरी तरह से जलमग्न हुए हैं.
जिले में 17 कच्चे घरों और 60 हेक्टेयर फसलों को नुकसान हुआ है.
कई जगहों पर नहरों के बांधों को नुकसान पहुंचा है.
सरकार ने जिला कलेक्टरों को चौबीसों घंटे नियंत्रण कक्ष संचालित करने का निर्देश दिया है.
उन्हें दवाओं के पर्याप्त स्टॉक को बनाए रखने, बिजली के टूटने की स्थिति में जनरेटर को स्टैंडबाय पर रखने और दैनिक स्थिति और नुकसान की रिपोर्ट भेजने का भी निर्देश दिया गया है.