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स्थानीय दुकानों के सेनिटाइजर जब्त करके जांच के लिए लैब भेजे गए
अमरावती। आंध्र प्रदेश में बीते दस दिनों से लॉकडाउन के चलते शराब की दुुकानें भी बंद हैं। ऐसे में प्रकाशम जिले के कुरिचेदु में कुछ लोगों ने स्थानीय दुकानों से 99% वाला सेनिटाइजर खरीदकर पी लिया, जिससे 13 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने सभी स्थानीय दुकानों के सेनिटाइजर जब्त कर लिए हैं।
आंध्र प्रदेश सरकार ने बीती 4 मई को देशव्यापी लॉकडाउन के बाद शराब की दुकानें फिर से खोली थीं। इसके बाद सरकार ने शराब के दामों में भारी बढ़ोत्तरी की और दुकानों की संख्या भी कम कर दी लेकिन लोगों की लत कम नहीं हुई। आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में 10 दिनों से लॉकडाउन के चलते शराब न मिलने पर कई लोगों ने सेनिटाइजर पी लिया। इसके बाद सेनिटाइजर पीने वालों को पेट में दर्द और जलन की शिकायत हुई जिसके बाद अस्पताल ले जाया गया। गुरुवार आधी रात के आसपास तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 अन्य की आज शुक्रवार को मौत हो गई। पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। बीस और लोगों ने सेनिटाइजर पीने की बात कुबूल की है। प्रशासन ने स्थानीय दुकानों से सेनिटाइजर जब्त करके सैम्पल जांच के लिए लैब में भेजे हैं। सेनिटाइजर पीने से हुई इन मौतों के बाद प्रदेश में हड़कंप मच गया है।
एसपी सिद्धार्थ कौशल ने बताया कि घटना की गहन जांच चल रही है। एसपी ने बताया कि मरने वालों में तीन भिखारी थे। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि इस तरह के और कितने मामले सामने आ रहे हैं। एसपी ने बताया कि अब इस बात की जानकारी की जा रही है कि सिर्फ सेनिटाइजर पीने से ही सबकी मौत हुई है या फिर उन्होंने उसमें और भी कोई केमिकल मिलाया था। उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया है कि दुकानों से भारी मात्रा में सेनिटाइजर बिक रहा है और लोग उसे शराब की जगह पी रहे हैं। एसपी ने बताया कि स्थानीय दुकानों से सारे सेनिटाइजर जब्त कर लिए गए हैं और सैंपलों को लैब में जांच के लिए भेजा गया है।
तेदेपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए ट्विटर प्लेटफॉर्म पर मांग की है कि सरकार को कुरिचेदु घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया जाए। विधायक मदिशीट्टी वेणुगोपाल ने लोगों से सेनिटाइज़र न पीने की अपील की है।
साभार- हिस