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लोगों की सुख-समृद्धि की कामना
प्रयागराज महाकुंभ 2025 के अवसर पर ओडिशा के पूर्व राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज अपने परिवार के साथ पवित्र संगम में स्नान किया। प्रयागराज में माँ गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम में स्नान करने का यह अवसर उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण क्षण था।
कुंभ मेला भारतीय सनातन संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है, और इस महाकुंभ में रघुवर दास ने स्नान के बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। उन्होंने भगवान से सभी के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। उनका मानना है कि इस पवित्र अवसर पर किया गया स्नान और पूजा न केवल व्यक्तिगत शुद्धि का कारण बनता है, बल्कि यह पूरे देश की समृद्धि और सुख-शांति के लिए शुभ संकेत है।
प्रयागराज का महाकुंभ इस समय अपने भक्तिमय माहौल के लिए चर्चित है, जहाँ हर श्रद्धालु अपनी श्रद्धा और भक्ति के साथ इस पवित्र स्थल पर आकर स्नान कर रहे हैं। रघुवर दास ने भी इस महाकुंभ के महत्व को समझते हुए इस अवसर पर पूरे परिवार के साथ आकर सनातन संस्कृति की गरिमा को महसूस किया और इसे भारतीय धर्म की प्राचीनता और परंपराओं का प्रतीक बताया।
प्रयागराज के पवित्र संगम में स्नान के बाद रघुवर दास ने कहा कि यह स्नान और पूजा एक नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार करती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस महाकुंभ में किए गए पवित्र स्नान से देशवासियों को सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त होगी।
इस अवसर पर रघुवर दास के परिवार ने भी पवित्र स्नान के बाद समाज और देश के लिए मंगल कामनाएं की। स्नान करने के बाद रघुवर दास ने ट्विट किया कि…
प्रयागे तु नरो यस्तु माघस्नानं करोति च।
न तस्य फलसंख्यास्ति शृणु देवर्षिसत्तम।।
प्रयागराज महाकुंभ में आज माँ गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम में सपरिवार स्नान करने का परम सौभाग्य मिला। यहां का भक्तिमय माहौल हमारी सनातन संस्कृति की खूबसूरती प्रदर्शित कर रही है। पवित्र स्नान के बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर सभी के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
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