काकीनाडा । श्री अहमद अली शाह ने कहा कि समाज सुधारक कवि शेखर डॉ. उमर अली शाह समाज में व्याप्त विसंगतियों को दूर कर महिलाओं के कल्याण के लिए जीवन पर्यंत संघर्षरत रहे।
वे काकीनाडा के बोट क्लब स्थित कवि शेखर डॉ. उमर अली शाह की प्रतिमा के समक्ष गुरुवार को आयोजित 80 वीं पुण्य तिथि समारोह को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले, कवि शेखर डॉ उमर अली शाह की प्रतिमा की प्रतिमा को माल्यार्पण किया गया ।
श्री रामकृष्ण ने कवि शेखर डॉ. उमर अली शाह की विशिष्टता को भजन के रूप में गाया और उनके बाद, कार्यक्रम एक प्रार्थना के साथ शुरू हुआ और आरती के साथ समाप्त हुआ।
इस अवसर पर अहमद अली शाह ने स्वयं सेवकों को पक्षी आहार वितरित किया। हुसैन शाह ने कहा कि जिस तरह सभी आयामों में हीरे की चमक रहती है उसी तरह ब्रह्मार्शी कवि शेखर डॉ. उमर अली शाह सभी पहलुओं में प्रतिभाशाली थे।
पेरुरिसुरिबाबू ने कहा कि कवि शेखर डॉ उमर अली शाह को एक बहुमुखी विद्वान, एक बहु -भाषा कोविद और सर्वश्रेष्ठ सांसद के रूप में अपनी सेवा प्रदान की। अहमद अली शाह ने कहा कि कवि शेखर डॉ उमर अलीशा 553 वर्षों के पीठ वे छठे पीठाधिपति और 50 ग्रंथों के लेखक तथा अंतर्राष्ट्रीय अकादमी द्वारा अमेरिका से डॉक्टर की उपाधि हासिल की।
कवि सिरीशा ने कहा कि कवि शेखरा डॉ उमर अलीशा ने कहा कि काकीनाडा, भीमवरम, विशाखापत्तनम और विजयवाड़ा ने कई हिस्सों में स्वतंत्रता हासिल करने के लिए महात्मा गाँधी के साथ दौरा किया। स्थानीय संयोजक श्रीमती मंदा येलमाम्बा, श्रीमती काकिनाडा लक्ष्मी और श्री चिरला वेंकट रेड्डी ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
बैठक की अध्यक्षता पीठम के संयोजक श्री पेरुरी सुरीबाबू ने की, उमर अलीशा के भाई श्री अहमद अलीशा और श्री हुसैन शाह और आरटीडी आरटीओ श्री चिकका रामचंद्र राव मुख्य मेहमान थे।